अयोध्या में भव्य मंदिर में रामलला विराजमान हो गए हैं। रामलला के स्वागत में देश भर के सभी धर्मो के लोगों ने दीप प्रज्वलित किया है। ऐसे में राम मंदिर के प्राण पाकिस्तान बौखला गया और अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह की निंदा की है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि अयोध्या में करीब 500 साल पुरानी बाबरी मस्जिद को तोड़कर बनाया गया ये मंदिर हमेशा भारत के लोकतंत्र के चेहरे पर एक कलंक बना रहेगा।
इतना ही नही बाबरी मस्जिद के विध्वंस पर पकिस्तान सवाल उठाया और कहा कि कट्टरपंथियों की भीड़ ने बाबरी मस्जिद को तोड़ दिया था। इसके बाद से बीते 31 साल में जो हुआ है, वो भारत के बहुसंख्यकवाद की तरफ बढ़ने को दिखाता है। भारत के हिन्दुत्व पर आरोप लगाते हुए पाक विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि आने वाले समय में मुसलमानों और उनके धार्मिक स्थलों को निशाना बनाने का भी अंदेशा जाहिर किया गया है।
भारत के हिन्दुत्व नीति पर सवाल उठाते हुए पाक ने कहा कि सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक रूप से भारत में मुसलमानों को हाशिये पर धकेला जा रहा है। भारत में तेजी से हिन्दुत्व का विचार बढ़ रहा है, जो देश की शांति के लिए खतरा और अल्पसंख्यकों के लिए ये एक डर बन रहा है। ज्ञानवापी और शाही ईदगाह मस्जिद पर पाक सरकार ने भड़काउ बयान देते हुए कहा कि अयोध्या के बाद वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद और मथुरा में शाही ईदगाह मस्जिद को भी तोड़ने की बात अब की जा रही है।
गौरतलब है अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यज्ञमान की भूमिका रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को संपन्न करवाया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कहा है कि हमारे रामलला अब टेंट में नहीं दिव्य मंदिर में रहेंगे, देशभर के रामभक्तों को लिए ये एक अलौकिक क्षण है। अयोध्या में हुए इस कार्यक्रम में राजनीतिक जगत के अलावा फिल्मी दुनिया क्रिकेट और बिजनेस जगत के भी मशहूर लोग इस कार्यक्रम में शामिल हुए।