पाकिस्तान में सेना की मर्जी के बिना एक पत्ता तक नहीं हिलता है। यह बात तो पूरी दुनिया ही जानती है। आखिर सेना की मर्जी के बिना इमरान खान के उम्मीदवार चुनाव कैसे जीत सकते हैं। पाकिस्तान के जेल में बंद इमरान खान की पार्टी द्वारा यह दावा किया गया है की वे 150 से ज्यादा उम्मीदवार जीत रहे हैं। तीन बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रह चुके नवाज शरीफ भी चुनाव हार रहे थे मगर अचानक ही चुनाव परिणाम की तस्वीर बदल गई।
परिणाम ऐसा बदला की नवाज़ शरीफ लाहौर से जीत गए। इसके साथ ही इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीर-ए-इंसाफ (PTI) का दावा भी फेल साबित हो गया। इन सब के बाद एक एहम सवाल यह उठता है की आखिर इमरान चुनाव कैसे हारे।
पाकिस्तान में आम चुनाव हो और उसमे सेना दखल ना दे ऐसा ना कभी हुआ है और ना कभी होगा। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और सेना के चीफ जनरल असीम मुनीर के बीच की दुश्मनी से पूरा पाकिस्तान वाकिफ है। यह दुश्मनी पीटीआई के उम्मीदवारों को भारी पड़ गयी। पीटीआई ने पाकिस्तान चुनाव में धांधली को लेकर ट्वीट किया है है की कई सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार जीत रहे थे, लेकिन अचानक से परिणाम बदल गया और वे सब लोग हार गए। इमरान खान के पार्टी के उम्मीदवारों के अधिकांश वोट अवैध हो गए।