पीएम मोदी ने स्वामित्व योजना की शुरुआत कर दी है। इस योजना की शुरुआत करने के कम से कम सवा लाख लोगों को प्रॉपर्टी के कार्ड दिए जाएंगे। इन प्रॉपर्टी कार्ड को मोबाइल के जरिए भेजे गए लिंक से डाउनलोड कर सकेंगे। आपको बता दे, पीएम मोदी इस योजना की शुरुआत ऑनलाइन विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए करने वाले है। ये योजना पंचायतीराज मंत्रालय के तहर शुरू की जा रही है। इस योजना से 6 राज्यों के 763 पंचायतों के सवा लाख लोग प्रॉपर्टी कार्ड के लाभार्थी होंगे। इन 6 राज्यों में शामिल है उत्तर प्रदेश , हरियाणा, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड और कर्नाटक ।
इस योजना को एक ऐतिहासिक योजना बताई गई है। इसकी शुरुआत करते हुए पीएम मोदी ने कहा अब आपकी संपत्ति कोई गलत नजर नहीं डाल सकेगा। वहीं जिन्हे ये कार्ड मिलेंगे उन लाभार्थियों का कहना है कि संपत्ति कार्ड मिलने से उन्हें सामाजिक और आर्थिक मजबूती मिली है। वहीं कार्डधारकों ने कहा कि इस कार्ड के जरिए उन्हें बैंक से आसानी से लोन मिलने लगे हैं, साथ ही गांवों में उनका संपत्ति का झगड़ा भी खत्म हो गया है।
वहीं पीएम मोदी ने कहा आज 1 लाख लोगों को कार्ड मिलने से वे ताकतवर महसूस कर रहे हैं। इस योजना से गांव में रहने वाले लोगों की जिंदगी में ऐतिहासिक बदलाव होगा। आज आपके पास एक अधिकार है, एक कानूनी दस्तावेज है कि आपका घर आपका ही है, आपका ही रहेगा. ये योजना हमारे देश के गांवों में ऐतिहासिक परिवर्तन लाने वाली है। आत्मनिर्भर भारत अभियान में आज देश ने एक और बड़ा कदम उठा दिया है. स्वामित्व योजना, गांव में रहने वाले हमारे भाई-बहनों को आत्मनिर्भर बनाने में बहुत मदद करने वाली है। ये योजना गांवों में स्वामित्व से जुड़ी कई लड़ाइयां खत्म करेगी।
पीएम मोदी ने कहा मुझे बहुत खुशी है कि आज इतना विराट काम, उस दिन हो रहा है, जब भारत के दो-दो महान सपूतों की जन्म जयंती है। गांव और गरीब की आवाज को बुलंद करना जेपी और नानाजी के जीवन का साझा संकल्प रहा है। जब संपत्ति का रिकॉर्ड होता है, जब संपत्ति पर अधिकार मिलता है तो नागरिकों में आत्मविश्वास बढ़ता है। जब संपत्ति का रिकॉर्ड होता है तो निवेश के लिए नए रास्ते खुलते हैं। पूरे विश्व के बड़े-बड़े एक्सपर्ट्स इस बात पर जोर देते रहे हैं कि जमीन और घर के मालिकाना हक की, देश के विकास में बड़ी भूमिका होती है।