नई दिल्ली: केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों को लेकर किसानो के आंदोलन को चलते कई महीनें जो गए, इस आंदोलन में किसान अपना मुद्दा सरकार के सामने रख चुके है लेकिन सरकार इन कानूनों को किसान हितेषी बता रही है। किसान और सरकार दोनों अपनी बातो पर अड़े हुए है ऐसे में ये विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस किसान आंदोलन की शुरुआत पंजाब और हरियाणा के किसानों ने की थी, जिसके बाद ये आंदोलन लगातार चलता आ रहा है। इसी के चलते आज किसान नेता राकेश टिकैत किसान कानून के विरोध में एक बार फिर दिल्ली कूच की तैयारी करने को कहां है।
दिल्ली की सीमाओं पर जारी कृषि कानून के विरोध में किसान नेता राकेश टिकैत का कहना है कि-“एक बार फिर बैरीकेड तोड़कर दिल्ली में घुसना होगा।” किसान नेता टिकैत ने जयपुर में आयोजित एक किसान रैली में अपने संबोधन के दौरान केंद्र सरकार के कृषि कानून का विरोध करने के लिए सोशल मिडिया के माध्यम से यह चेतावनी दी है।
जयपुर में आयोजित इस किसान रैली में नेता टिकैत के संबोधन के बाद दिल्ली के सीमाओं पर धरना दे रहे किसान का कहना है कि-“गाजीपुर बार्डर पर धरना दे रहे किसान दिल्ली कूच को तैयार हैं, इसके साथ उनका कहना है कि वे दिल्ली कूच के लिए तैयार हैं, एक घंटेभर में कूच कर जाएंगे।”
दिल्ली में जारी कृषि आंदोलन के लंबा चलने की घोषणा किसान नेता पहले ही कर चुके हैं। जिसके अनुसार यह आंदोलन नवंबर-दिसंबर तक खिंच सकता है। साथ ही कुछ समय पहल ही किसान नेता राकेश टिकैत ने इस बात का एलान भी किया था कि-“26 मार्च को भारत बंद होगा और 28 मार्च को देशभर में होलिका दहन में किसान विरोधी नए कानूनों की कॉपी जलाकर विरोध किया जाएगा और अगले दिन फूलों की होगी खेली जाएगी।”