26 जनवरी देश के 72वां गणतंत्र दिवस था जिस दिन देश की राजधानी नई दिल्ली में कृषि कानूनों के कारण पिछले कई दिनों से किसान आंदोलन चल रहा है। इसी आंदोलन के चलते किसानो ने सरकार से गणतंत्र दिवस के दिन ट्रेक्टर रैली निकालने की मंजूरी मांगी थी जिसकी मंजूरी उन्हें दे दी गयी थी लेकिन किसानो ने इस ट्रेक्टर रैली के दिन अपने आंदोलन को हिंसक आंदोलन में बदल दिया, ट्रेक्टर आंदोलन में दिल्ली की सड़को पर भयंकर उत्पात मचाया था और दिल्ली में स्थित लाल किले के अंदर घुसकर तोड़ फोड़ की थी। इन सभी घटनाओ के बाद केंद्र सरकार और दिल्ली पुलिस व् अन्य विभागों ने किसानो के इस आंदोलन को हटाने की शुरुआत कर दी थी। इसी कड़ी में ट्वीटर पर कई ऐसे अकाउंट्स थे जिन पर इस घटना को लेकर कई आपत्तिजनक पोस्ट, कमैंट्स शेयर की जा रही थी।
इसी के चलते भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने 250 ट्विटर अकाउंट्स को सस्पेंड कर दिया है। दरअसल इन अकाउंट पर कई फ़र्ज़ी और भड़काऊ कमैंट्स, ट्वीट्स और हैशटैग्स चल रहे थे, जो कि किसान आंदोलन से संबंधित थे। जिस कारण इन अकाउंट्स को सस्पेंट कर दिए गए है। बता दे कि इन अकाउंट से #ModiPlanningFarmerGenocide नाम के हैशटैग चलाए गए थे। जिनका मतलब है मोदी सरकार किसानों के जनसंहार की तैयारी कर रही है। जिसके बाद सरकार ने यह फैसला गृह मंत्रालय और सुरक्षा एजेंसियों की अपील के बाद लिया है।
इन ट्वीटर एकाउंट्स के आपत्तिजनक कंटेंट के कारण विभागों द्वारा की गयी अपील में कहा गया था कि यह प्रदर्शन के दौरान दिक्कतें पैदा कर सकता है और देश की सुरक्षा को इससे खतरा है। ब्लॉक अकाउंट्स में किसान एकता मोर्चा, द कारवान, मानिक गोयल, Tractor2twitr और jatt_junction जैसे अकाउंट्स शामिल है। इन अकाउंट्स से ही केंद्र सरकार ने कृषि कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों को लेकर ट्वीट कर रहे इन अकाउंट्स को लेकर ट्विटर को लीगल नोटिस भेजा था। जिसके बाद केंद्र सरकार के नोटिस के बाद ट्विटर ने यह कदम उठाया है। इस मामले के बाद और भी अकाउंट्स है जिन पर ये पोस्ट और हैशटैग्स चल रहे है, जिन पर सरकार की नजर है।