कोरोना महामारी के चलते जहां हमें एक दूसरे की मदद करना चाहिए वहीं एम्बुलेंस वालों की मनमानी वसूली पर लगी हुई है। आए दिन कालाबाजारी और वसूली की ख़बरें देशभर से सामने आ रही है। अभी हाल ही में बताया जा रहा है कि अब सरकार इन वसूली करने वालों पर नकेल कसने की तैयारी में है। दरअसल, बीते दिन हुई कोरोना की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने इस मामले को लेकर निर्देश दिए है।
वहीं मध्यप्रदेश की सरकार के प्रवक्ता नरोत्तम मिश्रा ने इस बारे में बताया कि सरकार ने यह तय किया है कि निजी अस्पताल इलाज के लिए निर्धारित शुल्क से अधिक किसी भी हालत में ना लें। क्योनी अब एंबुलेंस की दरें भी निर्धारित की जाएंगी। साथ ही अगर कोई तय दर से ज्यादा कीमत वसूलता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही सरकार अब सोशल मीडिया पर गलत संदेश डालने और भ्रम फैलाने वाले लोगों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करेगी।
बता दे, समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश के जिन जिलों में संक्रमण अधिक है वहां कोरोना कर्फ्यू सख्ती से लागू किया जाए. हर हालत में वहां संक्रमण की चेन तोड़ना है। दरअसल, प्रदेश के सभी जिलों में 18 वर्ष से अधिक आयु वाले व्यक्तियों का कोरोना वैक्सिनेशन 5 मई से शुरू किया जा रहा है। ऐसे में उन व्यक्तियों को ही वैक्सीन लगेगी जो पहले पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन कराएंगे। वैक्सीन की संख्या सीमित होने के कारण सीमित लोगों को ही वैक्सीन लग पाएगी। प्रदेश को जैसे-जैसे वैक्सीन के डोज मिलेंगे वैक्सिनेशन किया जाएगा।
इसके अलावा कोरोना की जिलेवार समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि जबलपुर में कोरोना के इलाज के लिए पर्याप्त बेड्स की व्यवस्था की जाए। ये इसलिए क्योंकि जबलपुर में कुल 4906 एक्टिव मरीज हैं, यहां 7 दिन का औसत पॉजिटिविटी रेट 29% और रिकवरी रेट 86% है। इंदौर में कोरोना के सर्वाधिक 1805 नए प्रकरण आए हैं. भोपाल में 1673, ग्वालियर में 1096, जबलपुर में 711, रतलाम में 355, रीवा में 330, उज्जैन में 325, मंदसौर में 278, सीधी में 252, सतना में 248, धार में 240, सागर में 233, अनूपपुर में 223, शिवपुरी में 220, नरसिंहपुर में 216 और टीकमगढ़ में 205 कोरोना के नए प्रकरण आए हैं।