No Car Day In Indore : आज, मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में नो कार डे का धूमधाम से मनाया जा रहा है, जिसे सफल बनाने के लिए प्रशासनिक अधिकारी और जनप्रतिनिधी ने साइकिल और ई रिक्शा से शहर में घूमने का आलंब किया है। इस महत्वपूर्ण कदम का मानविकी दिशा में महत्वपूर्ण महत्व है, जो यातायात के प्रदूषण को कम करने के लिए एक प्रयास है।
निगमायुक्त निवास से सीटी बस आफिस पैदल पहुंची
पर्यावरण संरक्षण के क्रम में वायु प्रदुषण को रोकने के उददेश्य से इंदौर शहर में चलाये नो कार डे अभियान के क्रम में निगमायुक्त हर्षिका सिंह निज निवास रेडियो कालोनी से पैदल एबी रोड स्थित सीटी बस आफिस में पहुंची। इस दौरान अपर आयुक्त देवधर देवरई भी उनके साथ पैदल सीटी बस आफिस पहुंचे।
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. रेणु जैन ई-रिक्शा से ऑफिस पहुंचीं
सीईओ के साथ साइकिल से दफ्तर पहुंचे आईडीए अधिकारी
आईडीए सीईओ राम प्रकाश अहिरवार ने नो कार डे के आव्हान के बाद सभी अधिकारियों को इसका पालन करने का निर्देश दिया। सीईओ अहिरवार बेटी को स्कूल छोड़ने भी साइकिल से पहुंचे। वहीं ऑफिस भी अपनी टीम के साथ साइकिल से रवाना हुए।
कलेक्टर बस से पहुंचे अपने कार्यालय
इस मौके पर, कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने अपने कार्यालय जाने के लिए लोक परिवहन सेवा का उपयोग किया। वे सुबह कार्यालय जाने के लिए अपने घर से पैदल निकले और इंदौर के जीपीओ की सहायता से आई बस में सवार हुए। इस तरह, वे यातायात के प्रदूषण को कम करने के एक मानविकी दिशा का संकेत दे रहे हैं।
नो कार डे पर कांग्रेसी नेता की पहल
मध्यप्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष स्वप्निल कोठारी ने भी इस महत्वपूर्ण दिन को मनाने के लिए साइकिल से पहुंचकर मेल मुलाकात करने का साहस दिखाया। उन्होंने इंदौर महापौर के आह्वान पर साइकिल सवार होकर यातायात के प्रदूषण को कम करने के संदेश को बताया।
नो कार डे का यह प्रयास यातायात के प्रदूषण को कम करने के एक महत्वपूर्ण कदम का हिस्सा है, और इससे सुशासनिक और सामाजिक दिशा में सुधार हो सकता है।