इंदौर। मोतियाबिंद एक ऐसी बीमारी है जो उम्र के साथ लगभग हर व्यक्ति को होती है। यदि समय पर इस बीमारी का उपचार नहीं किया जाए तो यह अंधत्व का कारण बनती है। स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर शहर के ख्यात इंडेक्स अस्पताल में ‘स्वतंत्रता मोतियाबिंद अंधत्व से’ नामक नयनदीप प्रोजेक्ट की शुरुआत की गई। इस अवसर पर ऑप्थेल्मोलॉजी विभाग की एचओडी डॉ. वंदना तेलगोटे ने सभी अतिथियों का स्वागत किया एवं ऑप्थेल्मोलॉजी के डायरेक्टर डॉ. सुधीर महाशब्दे ने प्रोजेक्ट ‘नयनदीप’ के बारे में वहां उपस्थित सभी लोगों को विस्तार से बताया।
इस अहम प्रोजेक्ट ‘नयनदीप’ की स्थापना पर इंडेक्स ग्रुप के चेयरमैन श्री सुरेश सिंह भदौरिया, वाइस चेयरमैन श्री मयंकराज सिंह भदौरिया, इंडेक्स मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. जी. एस. पटेल, ऑप्थेल्मोलॉजी विभाग की एचओडी डॉ. वंदना तेलगोटे, ऑप्थेल्मोलॉजी डायरेक्टर डॉ. सुधीर महाशब्दे, पूर्व मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. के. के. सक्सेना, पीजी डायरेक्टर डॉ. बी. के. अग्रवाल, डॉ. सोनाली मित्तल, एसोसिएट प्रोफेसर डिपार्टमेंट ऑफ ऑप्थेल्मोलॉजी डॉ. सुप्रिया मुशरफ, ऑप्थेल्मोलॉजिस्ट डॉ. स्वाति सक्सेना, इंडेक्स इंस्टीट्यूट ऑफ डेंटल साइन्सेज के डीन डॉ. सतीश करंदीकर, इंडेक्स फिजियोथेरेपी व पैरामेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. रेशमा खुराना, फार्मेसी कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. जावेद खान पठान आदि उपस्थित थे।
ऑप्थेल्मोलॉजी के डायरेक्टर डॉ. सुधीर महाशब्दे ने बताया कि “मोतियाबिंद का इलाज संभव है, लेकिन आज भी खास करके ग्रामीण अंचलों में जागरूकता की कमी या अच्छी स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी के कारण कई लोग समय पर इलाज नहीं करवा पाते हैं। इसके गंभीर परिणाम होते है और कई बार लोगों की आँखों की रोशनी तक चली जाती है। इसी समस्या के निजात के लिए इंडेक्स अस्पताल द्वारा ‘नयनदीप’ प्रोजेक्ट की शुरुआत की गई। इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत विभिन्न 8 रूट्स पर 24 केंद्र बनाए गए है। जहां पर हमारी टीम के द्वारा उन लोगों को चिन्हित किया जाएगा जिनका ऑपरेशन होना होगा तथा उन सभी मरीज़ों को हमारे वाहनों के माध्यम से निःशुल्क इंडेक्स अस्पताल में लाया जाएगा। फिर ऑपरेशन के बाद जरुरी दवाई देकर उन्हें केंद्र तक भिजवाया जाएगा। आगे जाकर इन्हीं 24 केंद्रों को विज़न केंद बनाया जाएगा ताकि मरीज़ों को हर दिन बेहतर इलाज के प्रति जागरूक कर उन्हें समाधान दिया जा सके। साथ ही ऐसे मरीज जिन्हें ब्लड प्रैशर, शुगर या हार्ट से संबंधित अन्य बिमारी हैं उन्हें भी पहले उपचार देकर स्वस्थ्य किया जाएगा और उसके बाद ऑपरेशन किया जाएगा।”
ऑप्थेल्मोलॉजी विभाग की एचओडी डॉ. वंदना तेलगोटे ने बताया कि “इंडेक्स अस्पताल में शुरुआत से ही आँखों के उपचार के लिए एक हाइली ट्रेंड टीम मौजूद है। साथ ही समय-समय पर अस्पताल ने अपने आपको और भी अपग्रेड किया है और आज दूर-दूर से लोग यहां उचित ट्रीटमेंट के लिए आते हैं। टेक्नोलॉजी ने मोतियाबिंद के ऑपरेशन को बहुत ही ज्यादा आसान और प्रभावी बना दिया है। इसीलिए हम हर व्यक्ति की आँखों को रोशन रखना चाहते हैं। डॉ. सुधीर महाशब्दे और युवा नेतृत्व मयंक राज सिंह भदौरिया के अथक प्रयासों से नयनदीप प्रोजेक्ट की शुरुआत की गई है। हर जरूरतमंद व्यक्ति को इस निःशुल्क सुविधा का लाभ मिलेगा।”