22 जनवरी को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद एक नई योजना की घोषणा की थी। पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना के नाम से देश की जनता को एक नई सौगात दी है। इस दौरान पीएम ने कहा है कि इससे न केवल आम लोगों का बिजली बिल कम होगा बल्कि देश भी बिजली आपूर्ति के मामले में आत्मनिर्भर होगा। इस योजना के तहत देश में एक करोड़ घरों की छतों पर सोलर पैनल लगाने का लक्ष्य रखा गया है। भारत में अभी सोलर पैनल से बिजली बनाने की संख्या कम है। भारत सरकार देश में सोलर पैनल के उपयोग को बढ़ाना चाहती है।
इस योजना से सबसे बड़ा फायदा पर्यावरण को यह है कि देश में कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी और देश में स्वच्छ और साफ़ ऊर्जा को बढ़ावा मिलेगा। सोलर पैनल की मदद से देश में कई प्रकार के लाभ देखें जा सकते है। इसके साथ ही इस योजना से उपभोक्ताओं को बिजली बिल में कमी आएगी और पैसे की बचत होगी। सबसे बड़ा फायदा यह की लोग अपने खाली छतों पर सोलर पैनल लगाकर बिजली उत्पादन के लिए उपयोग कर सकते हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक माना जा रहा है कि केंद्र सरकार सौभाग्य योजना की तरह ही प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना की शुरुआत करना चाहती है। आपको बता दें कि सौभाग्य योजना देश में हर घर को बिजली कनेक्शन से जोड़ने के लिए शुरू की गई थी। सरकार कुछ उसी तरह प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना को शुरू करने को तैयार है। सरकार के द्वारा सब्सिडी की राशि बढ़ाई जाएगी जिसकी वजह से ज्यादा से ज्यादा लोग इसे लगाने को लेकर उत्साहित हों।
प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना की पात्रता:
प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना का लाभ सिर्फ उन्हें ही मिल पाएगा, जो सरकारी सर्विस से नहीं जुड़े है। इसके साथ ही सालाना आय 1.5 लाख रुपए से कम होनी चाहिए। इस योजना में आवेदन करने के लिए आवेदक को आधार कार्ड, एड्रेस प्रूफ, बिजली का बिल, बैंक पासबुक, पासपोर्ट साइज फोटो या राशन कार्ड जैसे दस्तावेजों को जमा करना पड़ सकता है।