दमोह : क्या आप जानते हैं कि दमोह के खजरी मोहल्ला में रहने वाले एक शख्स ने बॉलीवुड में अपनी कला से धूम मचा दी है? जी हाँ, हम बात कर रहे हैं हरीश पटेल की, जो आजकल मुंबई में एक सफल सिनेमैटोग्राफर के रूप में काम कर रहे हैं।
हाल ही में, हरीश पटेल को दादा साहब फाल्के सिने आर्टिस्ट एवं टेक्नीशियन अवॉर्ड 2024 से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान उन्हें दक्ष नागरिक फाउंडेशन द्वारा आयोजित एक समारोह में दिया गया, जो सोमवार को मुंबई के अंधेरी स्थित मयूर हाल में संपन्न हुआ।
यह पुरस्कार हरीश पटेल के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, और यह दर्शाता है कि उन्होंने फिल्म उद्योग में कितनी मेहनत और लगन से काम किया है। हरीश ने इस अवसर पर कहा, “यह पुरस्कार पाकर मैं बहुत खुश हूँ। यह पुरस्कार सिर्फ मेरा नहीं है, बल्कि यह उन सभी लोगों का है जिन्होंने मेरे इस सफर में मेरा साथ दिया है।”
हरीश पटेल का जन्म दमोह के एक साधारण परिवार में हुआ था। बचपन से ही उन्हें फिल्मों का बहुत शौक था। बड़े होकर उन्होंने मुंबई जाने का फैसला किया और वहां फिल्म इंडस्ट्री में अपना करियर बनाने की कोशिश करने लगे। शुरुआत में उन्हें बहुत संघर्ष करना पड़ा, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और लगातार मेहनत करते रहे।
आखिरकार उनकी मेहनत रंग लाई और उन्हें एक सिनेमैटोग्राफर के रूप में काम करने का मौका मिला। उन्होंने कई सफल फिल्मों में काम किया है। उन्होंने कहा कि मैं आभारी हूं सनातन संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरजीत सिंह का और दक्ष फाऊंडेशन का, जिन्होंने मुझे इस अवॉर्ड के लिए चुना। वैसे तो मुझे अलग-अलग शहरों से कई अवॉर्ड मिल चुके हैं, पर मेरी कर्मभूमि मायानगरी मुंबई की धरती पर ही दादा साहब फाल्के अवार्ड मिलना गौरव का विषय है।