Madhya Pradesh: चुनावी साल में शिवराज सरकार किसानों के हित में कई बड़े कदम उठाने जा रही है। 11 लाख 19 हजार किसानों को दो हजार 123 करोड़ रूपए के कर्ज को माफ़ कर दिया जाएगा। इसमें वे किसान भी शामिल हैं, जिन्होंने इंट्रेस्ट माफी के लिए कमल नाथ सरकार में आवेदन किया था, लेकिन लाभ नहीं मिला।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रविवार-14 मई को सागर जिले के केरबना विलेज से मुख्यमंत्री किसान कर्ज माफी स्कीम -2023 के तहत अप्लाई प्राप्ति से अभियान का शुभारंभ करेंगे। प्रदेश में 11 लाख 19 हजार डिफाल्टर किसान भाई-बहनों को इस स्कीम का फायदा मिलेगा। राज्य सरकार डिफाल्टर कृषक की 2200 करोड़ से ज्यादा राशि का इंट्रेस्ट माफ करेगी और इस राशि की प्रतिपूर्ति राज्य शासन द्वारा की जाएगी।
राज्य सरकार द्वारा इंट्रेस्ट भरने से किसान भाई-बहन डिफाल्टर नहीं कहलाएंगे। किसानों को कमेटी से डिफाल्ट फ्री होने का certificate लेटर भी दिया जाएगा। किसान भाई जीरो फीसदी इंट्रेस्ट रेट स्कीम के लिए पात्र हो जाएंगे। जिन किसानों को कमेटी से खाद और बीज उपलब्ध नहीं हो रहा था, उनको अब एक ख़ास सहूलियत के अंतर्गत खाद एवं बीज कमेटी से प्राप्त होने लगेगा। पूर्व में ऋण माफी की आशा में बहुत से किसान, डिफाल्टर और सोसायटी से खाद-बीज लेने से पिछड़ गए थे। ऐसे किसानों की समस्याओं समस्याओं को देखते हुए राज्य सरकार उनके इंट्रेस्ट की राशि भरेगी।
सरकार से मिली राहत से खुश हुए किसान (MP Kisan Byaj Mafi)
प्रदेश में किसान ऋण माफी स्कीम के परिणामस्वरूप मिलने वाली राहत से कृषक श्रेणी अत्यधिक प्रसन्न है। उल्लेखनीय है कि स्कीम में जिला सहकारी केन्द्रीय बैंकों से संबद्ध प्राथमिक कृषि साख समितियों के ऐसे कृषक, जिन पर 31 मार्च 2023 की कंडीशन में टोटल शेष बाकी ऋण (मूल एवं ब्याज को मिलाकर) 2 लाख रूपए तक है और वे डिफाल्टर हैं, का इंट्रेस्ट माफ किया जाएगा। माफ किए गए इंट्रेस्ट की प्रतिपूर्ति राज्य शासन द्वारा की जाएगी। दो लाख रूपए तक के फसल कर्ज में अल्पकालीन फसल कर्ज एवं प्राकृतिक आपदा के कारण जो अल्पकालीन कर्ज मध्यकालीन कर्ज में बदला है, उसको शामिल किया गया है।