पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने एक बयान में आरोप लगाया है कि मध्यप्रदेश में कोरोना महामारी के कारण असमय मृत हुए नागरिकों के परिजनों को अभी तक कोई सहायता राशि सरकार द्वारा नहीं प्रदान गई है ? मध्यप्रदेश की घोषणावीर सरकार ने मई-2021 में घोषणा की थी कि कोरोना मृतकों के परिजनों को एक लाख रूपये की अनुग्रह सहायता राशि दी जायेगी ? घोषणा हुए तीन माह बीत गये,आज तक एक भी पीड़ित परिवार को यह घोषित सहायता नहीं मिल है ? प्रदेश में पिछले 15 वर्षों से हो रही घोषणाओं की तरह ही , यह भी इस सरकार की एक घोषणा ही बन कर रह गई है ? शिवराज सरकार की घोषित एक भी योजना का लाभ किसी भी ज़रूरतमंद को नही मिल रहा है ?
इसी से समझा जा सकता है कि बाढ़ पीड़ितों के लिये की जा रही राहत की घोषणाओं का क्या हश्र होगा ? कोरोना महामारी के दौरान सरकार की हवाई तैयारियों व कुप्रबंधन के कारण प्रदेश के हज़ारों नागरिकों की मौत हुई और सरकार सिर्फ़ हेड लाईन मैनेजमेंट में लगी रही ? शिवराज सरकार कोरोना से हुई मौतों को भी नकार रही है और अब मृतकों के परिजनों को सहायता राशि भी नहीं दे रही है ? सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी आज तक कोरोना मृतकों के परिजनों को सहायता देने के लिए कोई योजना पेश नहीं की गई है और परिजन सहायता की आस में दर-दर भटक रहे हैं ?
राजस्व विभाग के सर्कुलर में आपदा में असामयिक मृत्यु होने पर 4 लाख की सहायता राशि दिये जाने का प्रावधान पूर्व से है ,कोरोना पीड़ितों को सहायता देने के लिए सरकार को कोई नई योजना बनाने की जरूरत नहीं है ,सरकार को तो केवल कोरोना मृत्यु को आपदा मृत्यु मानना है और तत्काल सहायता राशि वितरित की जा सकती है परन्तु प्रदेश सरकार सुप्रीम कोर्ट के आदेश अनुसार आने वाली केन्द्र सरकार की योजना का इंतजार कर रही है ताकि प्रदेश सरकार को एक भी रूपया खर्च नहीं करना पड़े ? लगता है कि घोषणावीर सरकार कोरोना से असमय मृत हुए पीड़ित परिजनों को सहायता राशि देने के लिए भी कोई उत्सव मनाने की योजना बना रही है ?
जब तक सरकार की प्रचार-प्रसार के लिए, हैड लाईन मैनेजमेंट की व इसे उत्सव के रूप में मनाने की कोई योजना नहीं बनेगी, तब तक लगता है कि पीड़ितों को सहायता भी नहीं दी जायेगी ? मैंने तो पूर्व में ही सरकार से मांग की थी कि परिजनो के शपथ पत्र के आधार पर जिनकी कोरोना से मृत्यु हुई है , उसको मान कर ,पीड़ितों को तत्काल सहायता दी जाये परन्तु महीनों बाद भी सरकार आज वहीं की वहीं खड़ी है ? मैं सरकार से मांग करता हॅूं कि कोरोना में अपनों को खो चुके परिवारों को सहायता देने की सरकार तत्काल समय सीमा बताये और शपथ पत्र के आधार पर सहायता राशि का तत्काल वितरण करायें।
नरेन्द्र सलूजा