कालो के काल महांकाल भगवान शिव जिन्हे देवो के देव भी कहते है। ब्रह्मः विष्णु महेश एवं पंचदेवों के प्रधान के रूप में जाने जाते है। भगवान शिव के अनेको नाम है जैसे शंकर, भोलेनाथ ,महांकाल ,महादेव आदि इस संसार में भगवान् शिव अनादि परमेश्वर हैं और आगम-निगम आदि शास्त्रों के अधिष्ठाता भी हैं। भगवान शिव ही संसार में चेतना का संचार करते है। कल सोमवार है और भगवान भोलेनाथ का दिन भी है इस दिन बहुत से लोग जो शिव के भक्त होते है व्रत भी रखते है और कल के दिन भगवान महांकाल, भोलेनाथ,परमेश्वर की पूजा भी की जाती है। शिव पुराण भगवाम शिव का ऐसा पुराण है जिसके अनुसार स्वयं भगवान शिव ही हैं जिन्होंने ब्रह्मा को वेद का ज्ञान दिया। और भी कई बाते है जो शिव पुराण से जुडी हुई है-
1. शिव पुराण के अनुसार भगवान शिव ही हमारे परम गुरु हैं, भगवान शिव की कृपा से हमे जीवन को बेहतर बनाने की कला सिखाते है और जीवन में किये गए संघर्ष से लड़ते हुए जीवन यात्रा को विजयी बनाने का ज्ञान मिलता है।
2. इस पुरे ब्रह्माण्ड में एक मात्र शिव ही जो जीव चेतना का संचार करते। ब्रह्मा ने श्र्स्टी की उतपत्ति जरूर की है किन्तु ब्रह्मा,विष्णु,महेश में सबसे पहले भगवान शिव का स्थान है
3. भगवान शिव अनादि परमेश्वर जिनसे ऐसे ज्ञान का बोध होता है जो यह बताता है कि ‘हम क्या है, कैसे हैं, कहां से आए हैं, अंत और प्रारंभ क्या है, कर्म के आधार पर हमारे प्रारब्ध क्या होंगे’
4. भगवान् शिव ही है जो इस संसार के पालनहार है, साथ ही शिव एकमात्र परम अघोरी हैं जिनके माध्यम से संसार की समस्त दिव्य शक्तियां, क्रियाएं और प्राकृतिक दृष्टिकोण संबंधी ज्ञान हमें प्राप्त होता है।