बावड़ी हादसे के बाद इंदौर में पहली बार हुई इंडेक्स हॅास्पिटल में इमरजेंसी सर्विसेस पर मॅाक ड्रिल

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इंदौर। इंदौर शहर में बेलेश्वर महादेव मंदिर के हादसे में 36 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। इंदौर के इतिहास में इस दिन को शायद ही कोई व्यक्ति भूल नहीं सकता है। भविष्य में इस तरह के हादसों को रोकने के लिए जहां प्रशासन और नगर निगम ने तैयारी शुरू कर दी। स्वास्थ्य के क्षेत्र में इमरजेंसी सर्विसेस पर डॅाक्टरों को प्रशिक्षित करने की जिम्मेदारी की शुरूआत इंडेक्स हॅास्पिटल ने कर दी। इंदौर में पहली बार इस तरह के हादसे के बाद इमरजेंसी सर्विसेस पर कार्यशाला और मॅाक ड्रिल का आयोजन किया गया। इसके जरिए डॅाक्टरों को प्रशिक्षण दिया गया कि हादसे के बाद मरीजों को जल्द इलाज के साथ किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। इस अवसर पर इंडेक्स समूह के चेयरमैन सुरेशसिंह भदौरिया,डायरेक्टर आर एस राणावात, एडिशनल डायरेक्टर आर सी यादव, डीन डॅा.जीएस पटेल, इंडेक्स हॅास्पिटल अधीक्षक लेफ्टिनेंट कर्नल डॅा.अजय सिंह ठाकुर,हॅास्पिटल एच आर एडमिन नितिन गोठवाल,डॅा.ज्योति घसोलिया पूरी टीम उपस्थित थी।

इंडेक्स हॅास्पिटल ने पहली बार इंदौर में इमरजेंसी सर्विसेस पर मॅाक ड्रिल

इमरजेंसी एक्सपर्ट्स डॅा.रवीन्द्र वर्मा ने कहा कि आमतौर पर हादसों के बाद कई परिस्थितियां ऐसी होती है जिसके लिए हम तैयार नहीं रहते है। इंदौर के बेलेश्वर महादेव मंदिर के बावड़ी हादसे ने पुलिस,अस्पताल,नगर निगम और एनडीआरएफ जैसे सभी इमरजेंसी सर्विसेस को बेहतर तरीके से तैयार रहने की सीख दी। इंडेक्स हॅास्पिटल ने पहली बार इंदौर में इमरजेंसी सर्विसेस पर मॅाक ड्रिल के साथ कार्यशाला का आयोजन किया है। उन्होंने बताया कि मेट्रो सिटी की तरफ बढ़ रहे इंदौर को अब इमरजेंसी सर्विसेस में भी खुद को बेहतर बनाने के जरूरत है।इसके लिए सभी अस्पतालों को खासतौर पर इस बात पर ध्यान देना होगा कि हादसों के बाद हम मरीज को सही इलाज जल्द से जल्द कैसे दे। इसके लिए हमें पहले खुद को तैयार रखना होगा तभी हम हर परिस्थिति में बेहतर काम कर सकेंगे। इमरजेंसी सर्विसेस में सबसे पहले डॅाक्टर्स को वहां मौजूद अधिकारी की पूरी बात को समझना चाहिए। मरीज की स्थिति के आधार पर उसे आईसीयू और वॅार्ड में इलाज के लिए भर्ती करना चाहिए। इसके बाद प्राथमिकता के आधार पर मरीजों को दूसरे वॅार्ड में शिफ्ट करना चाहिए।

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पुलिस,नगर निगम और अस्पताल तीनों के बीच बेहतर संतुलन जरूरी

लेफ्टिनेंट कर्नल डॅा.अजय सिंह ठाकुर ने कहा कि कोरोना महामारी और बावड़ी हादसे के साथ कई मौके पर सभी अस्पतालों को एक साथ काम करने की सीख मिली है। इंदौर में पहली बार इंडेक्स हॅास्पिटल ने किसी हादसे के बाद इमरजेंसी सर्विसेस पर मॅाक ड्रिल आयोजित की गई। इसका उद्देश्य डॅाक्टरों के साथ कर्मचारियों को यह सीखना है कि किसी भी इमरजेंसी की परिस्थिति में एंबुलेंस से लेकर आईसीयू तक मरीज को जल्द से जल्द इलाज कैसे मिलना चाहिए और जिससे उसकी जान बचाई जा सके।उन्होंने बताया कि इमरजेंसी की स्थिति में पुलिस,नगर निगम और अस्पताल तीनों के बीच बेहतर संतुलन होना जरूरी होता है। तभी आप इन परिस्थिति में सही तरीके से बेहतर कार्य कर सकते है। इंडेक्स हॅास्पिटल की मॅाक ड्रिल में पूरी टीम को अलग-अलग कोड दिए गए और हर टीम ने अपना बेहतर प्रदर्शन किया है।