MNREGA Scheme: महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (महात्मा गांधी नरेगा) के अंतर्गत काम करने वाले मजदूरों के लिए अच्छी खबर है। 23 जुलाई 2024 को केंद्र सरकार आम बजट प्रस्तुत करने वाले हैं। इस बजट में मनरेगा योजना अंतर्गत मजदूरी बढ़ सकती है, साथ ही काम के दिनों की संख्या भी सरकार बढ़ा सकती है। हालांकि अलग-अलग राज्यों में मजदूरी की दर अलग-अलग है। सबसे अधिक मजदूरी हरियाणा में दी जाती है जो 374 रुपए हैं।
केंद्र सरकार की ओर से आम बजट 2024-25, 23 जुलाई को पेश किया जाना है। इससे पहले बजट में होने वाली घोषणाओं पर अनुमान लगाए जा रहे हैं तो कहीं बजट में योजना के संबंध में घोषणा करने की मांग की जा रही है। एक ऐसी ही मांग मनरेगा योजना (MGNREGA YOJANA) के संबंध में की जा रही है। बताया जा रहा है कि बजट 2024 से पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ व्यापारिक और श्रमिक संगठनों ने 24 जून को प्री-बजट बैठक की।
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इसमें यह मांग उठाई गई है कि दिहाड़ी मजदूरों का न्यूनतम वेतन बढ़ाया जाए और मनरेगा के तहत काम के समय को दोगुना किया जाए। मनरेगा के तहत काम के समय को 200 दिन करने की मांग की गई है। बैठक के बाद माना जा रहा है इस केंद्रीय बजट 2024 में केंद्र सरकार मनरेगा योजना के लिए बड़ी घोषणा कर सकती है जिससे इस योजना से जुड़े करोड़ों लोगों को लाभ होगा।
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किस राज्य में मिलती है कितनी मजदूरी
मनरेगा के तहत मजदूरी की दर अलग-अलग है। सबसे अधिक मजदूरी हरियाणा में 374 रुपए प्रतिदिन है। जबकि सबसे कम मजदूरी अरुणाचल प्रदेश और नागालैंड में 234 रुपए प्रतिदिन है। अन्य राज्यों में यूपी व उत्तराखंड में 337 रुपए, बिहार और झारखंड में 245 रुपए, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में 243 रुपए, राजस्थान में 266 रुपए, गोवा में 256 रुपए, पंजाब में 322 रुपए, ओडिशा में 254 रुपए, आंध्रप्रदेश में 300 रुपए, असम 249 रुपए, गुजरात 208 रुपए, कर्नाटक 349 रुपए, केरल में 346 रुपए, जम्मू-कश्मीर में 259 रुपए, महाराष्ट्र 297 रुपए, तमिलनाडु में 319 रुपए, पश्चिम बंगाल में 250 रुपए प्रतिदिन मजदूरी दी जाती है।
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मनरेगा में मिलता हैं रोजगार (MNREGA Scheme)
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम, जिसे मनरेगा और नरेगा नाम से जाना जाता है। इस योजना के अंतर्गत सरकार की तरफ से सड़कों, नहरों, तालाबों और कुओं के निर्माण कार्य या सफाई कार्य में रोजगार प्रदान किया जाता है। इसके तहत आवेदक के निवास के 5 किलोमीटर के दायरे में रोजगार दिया जाता है। इसके लिए न्यूनतम मजदूरी का भुगतान किया जाता है।
मनरेगा में ऐसे मिलता है रोजगार (MNREGA Scheme)
जो भी व्यक्ति मनरेगा के तहत रोजगार पाना चाहता है उसे मनरेगा जॉब कार्ड बनाना जरूरी होता है जिसके पास मनरेगा जॉब कार्ड है, योजना में उसी को काम मिलता है। यदि आप योजना में जॉब कार्ड बनाना चाहते हैं तो संबंधित ब्लॉक में आवेदन कर सकते हैं। यहां पर आपको आधार कार्ड और बैंक खाते का विवरण देना होगा। इसके बाद आपको जॉब कार्ड मिल जाता है। इस जॉब कार्ड के मिलने के बाद आप मनरेगा के तहत काम कर सकते हैं। मनरेगा जॉब कार्ड बनने से आपको प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ भी मिल सकता है। (MNREGA Scheme)
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