इंदौर : इंदौर के प्रभारी मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने आज रेसीडेंसी कोठी में ज़िले के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक कर इंदौर में कोरोना की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की। बैठक में सांसद श्री शंकर लालवानी, संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा आईजी श्री हरिनारायण चारी मिश्र, कलेक्टर श्री मनीष सिंह, डीआईजी श्री मनीष कपूरिया, आयुक्त नगर निगम श्रीमती प्रतिभा पाल सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में मंत्री श्री सिलावट ने निर्देश दिए कि ग्रामीण अंचल में कोरोना को रोकने और उपचार के लिए प्रभावी उपाय सुनिश्चित किए जाएं। कुछ ग्रामों के बीच एक क्लस्टर बनाया जाए और वहाँ कोविड केयर सेंटर भी स्थापित किए जाएं। मंत्री श्री सिलावट ने गत दिनों चाचा नेहरू हास्पिटल के नीचे के फ़्लोर को बच्चों के लिए कोविड हास्पिटल के रूप में तैयार करने के निर्देश दिए थे। बताया गया कि यह हास्पिटल तैयार कर लिया गया है। बैठक में होम आइसोलेशन में रह रहे मरीज़ों के घर के बाहर चिन्हांकन के निर्देश भी दिए गए ताकि संक्रमण के संदर्भ में जागरूकता बनी रहे।
बैठक में कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने बताया कि ऐसे घरों में हरे रंग का पोस्टर लगाने के निर्देश दिए गए हैं उन्होंने बताया कि पूर्व में लिए गये निर्णय अनुसार अभी तक 184 माइक्रो कंटेंनमेंट ज़ोन बनाए गए हैं। जनता कर्फ्यू का उल्लंघन करने पर भी कार्रवाई की जा रही है और गत दिवस धारा-151 के तहत सौ लोगों पर कार्यवाही की गई है।
फीवर क्लीनिकों पर मरीजों का सही उपचार हो, सही दवाई प्राप्त हो- तुलसीराम सिलावट
श्री सिलावट ने इन्दौर जिले में संचालित 47 फीवर क्लीनिकों पर चल रहे उपचार एवं मरीजों को दिये जाने वाले दवाईयों एवं टेस्टिंग रिपोर्ट की समीक्षा की। इस दौरान मंत्री सिलावट ने बैठक में उपस्थित में मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत आयुक्त नगर निगम, अनुविभागीय अधिकारी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिये कि वह शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में सर्दी, खांसी एवं बुखार के मरीजों को ट्रेस कर उन्हें दवाईयां एवं आवश्यक उपचार तत्काल उपलब्ध किया जाये इस हेतु शहरी क्षेत्र में नगर निगम की टीम एवं ग्रामीण क्षेत्रों में आशा कार्यकर्ता / आंगनवाड़ी कार्यकर्ता/स्वास्थ्य कर्मी/ स्व सहायता समूह की सहायता ली जाये।
मंत्री श्री सिलावट ने बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिये कि सी.एच.सी एवं पी.एच.सी. का स्टेटस अनुसार वहां स्वास्थ्य कर्मी/ चिकित्सक वर्तमान में जो कार्य कर रहे हैं उनकी ड्यूटी ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित कोविड केयर सेंटर में मरीजों के उपचार हेतु लगाई जाने के निर्देश दिये और ग्रामीण क्षेत्रों में सर्वे कर क्षेत्रीय लोगों को सामान्य लक्षण पाये पर तुरंत समीप के फीवर क्लीनिकों पर आरआरटी और आरटीपीसीआर टेस्टिंग कराई जाए यह टेस्टिंग रिपोर्ट मरीजों को 24 घंटे में प्राप्त हो इसके निर्देश दिये साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में सर्वे के आधार पर मेडिकल किट एवं काढ़ा को गांव-गांव में बंटवाने के लिए निर्देश दिये।
ग्रामीण क्षेत्रों में “मेरा गांव कोरोना मुक्त” अभियान चलाया जाये। इसमें पंचायत सचिव / आशा कार्यकर्ता / आंगनवाडी कार्यकर्ता / स्वास्थ्य कर्मी / स्व सहायता समूह की सहायता लिये जाने के निर्देश दिये गए उनकी सतत मानीटरिंग के लिए नोडल अधिकारी भी नियुक्त किया गया है, जो पूरी रिपोर्ट मुख्य पालन अधिकारी जिला पंचायत को देंगे।
शहरी क्षेत्र में भोपाल की तर्ज कोरोना सहायता केन्द्र बनाये जाने के निर्देश दिये और कहा कि उक्त सहायता केन्द्र पर मरीजों को कोरोना से संबंधित सभी आवश्यक जानकारियां, मेडिकल किट, दवाईयां एवं आवश्यक चिकित्सा परामर्श मिल सके जिससे अस्पतालों में अनावश्यक दबाव न बढ़े, इस हेतु पर्याप्त व्यवस्था की जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायत, स्कूल भवन, सामुदायिक भवनों में 10बेड से बड़ा कर 20 से 30 बेड का आइसोलेशन तैयार करने के निर्देश दिये।