आज मध्य प्रदेश में 28 सीटों पर हो रहे उपचुनाव के लिए मतदान होना शुरू हो गया है। मतदान के लिए सभी राजनीति पार्टी प्रशासन एवं चुआव आयोग ने अपनी कमर कस ली है। प्रदेश में हो रहे 28 सीटों के चुनाव के लिए 355 उम्मीदवार मैदान में उतरे है। इन 355 उमीदवारो में करीब 22 महिला प्रत्याशी व 12 मंत्री और कुछ बड़े नाम भी इसमें शामिल है। इस 28 सीटों में कुछ सीटों में सीधे बीजेपी और कांग्रेस की लड़ाई है और कुछ सीटों पर बसपा और निर्दलीय का बोल बाला है। यह उपचुनाव फैलसा करेगा की पूर्व मुख्यमंत्री वापस सत्ता में आएगे या फिर शिवराज ही अपनी बनाई सरकार पक्की करेंगे।
एमपी की सरकार का फैसला 28 सीटों पर करीब 63 लाख 88 हजार मतदाता करेंगे। इन 63 लाख 88 मतदाता में से 33.72 लाख पुरुष और 29.77 लाख महिला और 198 थर्ड जेंडर मतदाता हैं। इस उपचुनाव में मतदान के लिए प्रशासन ने 9,361 मतदान केंद्र बनाये है।इस उपचुनाव में मतदान के लिए प्रशासन ने 9,361 मतदान केंद्र बनाये है। जिसमें 3,038 बूथ ‘संवेदनशील’ पर रखा गया है। और इस उपचुनाव की सुरक्षा व्यवस्था और निष्पक्ष मतदान के लिए करीब 33 हजार सुरक्षाकर्मियों को नियुक्त किया गया है।
28 सीटों पर उपचुनाव
भारत देश के इतिहास में पहली बार किसी राज्य में 28 सीटों के लिए उपचुनाव हो रहे है। अभी मध्य प्रदेश में करीब 29 सीटें रिक्त है, जिसमें 28 सीटों के लिए चुनाव हो रहा है। जिन 28 सीटों के लिए चुनाव हो रहा है उसमें से 16 सीट ग्वालियर-चंबल इलाके में है। नमें मुरैना, मेहगांव, ग्वालियर पूर्व, ग्वालियर, डबरा, बमोरी, अशोक नगर, अम्बाह, पोहारी,भांडेर, सुमावली, करेरा, मुंगावली, गोहद, दिमनी और जौरा सीट शामिल है. वहीं, मालवा-निमाड़ क्षेत्र की सुवासरा, मान्धाता, सांवेरस आगर, बदनावर, हाटपिपल्या और नेपानगर सीट है. इसके अलावा सांची, मलहरा, अनूपपुर, ब्यावरा और सुरखी सीट है. इसमें से जौरा, आगर और ब्यावरा सीट के 3 विधायकों के निधन के चलते उपचुनाव हो रहे हैं।