मध्यप्रदेश में एमपी बोर्ड की परीक्षा इस साल दो बार करवाई जाएगी। इस परीक्षा में शामिल होने के लिए बच्चे खुद तय कर सकते हैं कि उन्हें इस साल कौनसी परीक्षा में शामिल होना है पहली या फिर दूसरी। इसको चुनने का विकल्प स्टूडेंट्स के पास रहेगा। इस परीक्षा की तारीख की बात करें तो पहली बार की परीक्षा 30 अप्रैल से 15 मई तक होगी वहीं दूसरी परीक्षा 1 जुलाई से 15 जुलाई तक होगी। इसका फैसला एमपी बोर्ड की साधारण सभा की बैठक में लिया गया है।
बताया जा रहा है कि दो बार परीक्षाएं आयोजित होने से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन आसानी से किया जा सकता है। जानकारी के मुताबिक, इस साल 18 लाख स्टूडेंट्स ने परीक्षा के लिए आवेदन किया है। इसमें 10वीं और 12वीं दोनों के छात्र शामिल है। दरअसल, 10वीं के लगभग 10.50 और 12वीं के करीब 7.50 लाख स्टूडेंट्स ने अप्लाई किया है।इस बार होने वाली परीक्षा की खास बात ये है कि इस साल 10वीं और 12वीं परीक्षा के लिए सप्लीमेंट्री परीक्षा नहीं होगी।
पहली बार की परीक्षा में फेल स्टूडेंट्स तीन माह बाद दोबारा परीक्षा दे सकेंगे। वहीं इस साल मार्कशीट पर सप्लीमेंट्री नहीं लिखा जाएगा और स्टूडेंट्स को दोबारा परीक्षा देने के लिए अगले साल तक इंतजार नहीं करना होगा। वाही पेपर की बात करें तो इस बार भी 100 अंक का ही पेपर होगा। इसमें एक तीन और चार अंकों के ही प्रश्न पूछे जाएंगे। एमपी बोर्ड की वेबसाइट पर प्रश्न पत्र का ब्लूप्रिंट अपलोड कर दिया गया है।