MP News: फैशन के इस दौर में आज भी कुछ लोग ऐसे हैं जो कि बहुत जल्द ही सारी मोह माया को त्याग कर संयम के पथ पर चलना चालू कर देते हैं, कुछ दिनों पहले ही गुजरात के हीरा व्यापारी की छोटी बेटी ने भी मोह माया को त्याग कर संयम के पथ पर चलने का फैसला कर लिया था। अब ऐसा ही कुछ मामला मध्यप्रदेश के आष्टा से सामने आया है।
जिसमें 24 वर्षीय आयुषी सांसारिक मोह माया को त्याग कर संयम के पथ पर चलने का फैसला किया है। गौरतलब है कि आयुषी पढ़ी लिखी हुई है और संपन्न परिवार से आती है ऐसे में उन्होंने 24 साल की बहुत छोटी सी उम्र में संयम के पथ पर चलने का जो फैसला लिया है इसके बाद से ही सब उनकी तारीफ कर रहे हैं। बता दें कि जिस उम्र में ज्यादातर बच्चे अपने भविष्य के बारे में सोचते हैं उस उम्र में आयुषी ने संयम के पथ पर चलना चुना है।
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आयुषी सांसारिक मोह माया को छोड़कर दीक्षा ग्रहण करेंगी। बता दें कि मार्च महीने में होने वाली दीक्षा समारोह का सभी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं परिवार ही नही पूरे जैन समाज के लोगों को इस घड़ी का बेसब्री से इंतजार है। आयुषी आष्टा शहर की निवासी बसंत छाजेड़ और संगीता छाजेड़ की बेटी है जिसकी उम्र महज 24 साल है।
आयुषी ने पढ़ाई के साथ ही धार्मिक शिक्षा भी ग्रहण की है उन्होंने 12वीं की पढ़ाई करने के बाद पूरी तरह से धार्मिक कार्यों में जुटना सही समझा आयुषी ने बताया कि वह 47 दिन धार में गुरु मैया पदमलता जी के पास धर्म का ज्ञान लिया वहां आयुषी को साध्वी जीवन जीना सिखाया। आयुषी परिवार की क्लोटी बेटी है उनका एक बड़ा भाई अभिषेक है और एक छोटा भाई अखिलेश है आयुषी के पिता एक व्यापारी हैं।