Ladli Behna Yojana: सीएम ने लाड़ली बहनों के लिए एक बड़ी खुशखबरी दी है। मुख्यमंत्री लाड़ली बहना के तहत देश की करोड़ो महिलाओं को लाभ मिल रहा है। चुनाव के पहले ऐसी कई प्रकार की योजनाओ का विस्तरीकरण हुआ है जिससे देश के लाखों लोग इन योजनाओं का लाभ ले कर रहे है। आए दिनों इन योजंनाओं में नए-नए अपडेट होते रहते है। जानकारी के मुताबिक जल्द ही लाड़ली बहनों के खाते में 5वीं किस्त अंतरित की जाएगी
बढ़ सकती है योजना की राशि
मध्यप्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना, लाडली बहना योजना, का आदान-प्रदान प्रदेश की महिलाओं के लिए हो रहा है। इस योजना के तहत महिलाओं को प्राप्त होने वाली किश्त में वृद्धि की जा सकती है। पहले महिलाओं को प्रतिमाह 1000 रुपए की मासिक किश्त दी जाती थी, लेकिन अब यह राशि 1250 से 1500 रुपए तह बढ़ाई जा सकती है। यह बढ़ोतरी किश्त की राशि में समय-समय पर बदलाव किया गया है। हालांकि सीएम शिवराज ने पहले ही कहा था कि योजना की राशि को बढ़ाकर 3000 रुपए तक ले जाएंगे।
अविवाहित बहनों को भी मिलेगा लाभ
आने वाले समय में लाड़ली बहना योजना के अंतर्गत लाभार्थियों की संख्या में बढ़ोत्तरी होने वाली है, क्योंकि अब अविवाहित बहनों को इस योजना लाभ दिया जाएगा। सीएम शिवराज ने अब 21 से 23 वर्ष की अविवाहितों महिलाओं को भी लाभ देने का ऐलान जारी किया है। लाड़ली बहना योजना के अंतर्गत समय समय इन राशियों में बदलाव किया जाना है। आने वाले समय भी इस योजना में और भी नए नए अपडेट हो सकते है। वर्तमान में योजना के 1.32 करोड़ बहना लाभार्थी है।
1 अक्टूबर से मिलेगी रसोई गैस की राशि
सीएम शिवराज सिंह चौहान 1 अक्टूबर रविवार को सुबह 11.15 बजे जम्बूरी मैदान भोपाल में रसोई गैस की राशियों को हितग्राही बहनों के बैंक खाते में भेजेंगे । साथ ही स्व-सहायता समुह सम्मेलन की महिलाओं को 1400 स्कूटी और हितग्राही बहनों को राशि भी वितरण की जाएगी। सूत्रों के अनुसार बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत हितग्राही बहनों को रसोई गैस सिलेंडर के 450 रुपए भी दिए जाएंगे।
आपको बता दें कि माह 4 जुलाई से लेकर 31 अगस्त जिन हितग्राही बहनों ने गैस सिलेंडर रिफिल कराया है, उन्हें इसकी राशि अब उनके बैंक खातों में अंतरित की जाएगी। लाड़ली बहनों को गैस कनेक्शन गैस कंपनी से विक्रय दर पर ही लेना होगा इसके बाद उन्हें इसके राशि बैंक खाते में रिफंड की जाएगी। प्रधानमंत्री उज्जवला योजना की के तहत लाभार्थी महिलाएं के बैंक खातों में अनुदान की राशि सीधे सरकार द्वारा ऑयल कम्पनी को दी जाएगी और इसके बाद बहनों के खाते में राशि अंतरित की जाएगी।