सितंबर माह मानसून का अंतिम महीना है और मानसून ने गति पकड़ ली है। कई स्थानों पर अब झमाझम बारिश ने शहरों को तरबतर कर दिया तो कही जगहों पर आफत की बारिश हो रही हैं। जिससे जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है और लोग पलायन करने को मजबूर हो गए हैं। IMD के मुताबिक मध्यप्रदेश के मध्य भाग पर एक कम दबाव क्षेत्र उत्तरी मध्य प्रदेश व दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश की जा रहा है। जिससे मध्यप्रदेश के साथ आसपास के राज्यों में यह क्षेत्र बन रहा है। जिससे मध्यप्रदेश, दक्षिण गुजरात, उत्तरी महाराष्ट्र में तेज बारिश रहने की संभावना है।
बीते 24 घंटे की स्थिति
मौसम विभाग के अनुसार बीते 24 घंटे के मुताबिक कुछ स्थानों पर झमाझम बारिश हुई तो कही हल्की से मध्यम दर्ज की गई। उज्जैन, इंदौर, भोपाल, सागर, रीवा, शहडोल, ग्वालियर, नर्मदापुरम, चंबल, जबलपुर, सहित शिवपुरी, ओरछा, बालाघाट, जबलपुर, सीहोर, नरवर, चंदेरी, गुना, डबरा, अमरकंटक, अशोकनगर सहित अनेक स्थानों पर बारिश दर्ज की गई।
अन्य राज्यों में मौसम का हाल
मौसम विभाग के मुताबिक बिहार, सिक्किम, पश्चिम बंगाल, उप हिमालयी, असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, यूपी में अगले 2 दिन तक भारी बारिश रहेगी। अगले 48 घण्टे लगातार बारिश हो सकती हैं। MID के मुताबिक 15 से 17 सितंबर तक देश के कई हिस्सों में बारिश होगी। जिसमें उत्तर पश्चिमी हिस्से उतराखंड व हिमाचल प्रदेश में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। 15 से 16 सितंबर तक गुजरात, राजस्थान के पूर्वी हिस्से में भी तेज बारिश के आसार हैं कई स्थानों पर हल्की तो कही मध्यम बारिश का पूर्वानुमान बताया है।
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मौसम पूर्वानुमान
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार अगले 24 घंटे में इन जिलों झमाझम बारिश की संभावना हैं। इसको देखते हुए मौसम विभाग ने बारिश का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के मुताबिक उज्जैन व इंदौर संभागों के कई जिलों में, रीवा, ग्वालियर, जबलपुर, चंबल, नर्मदापुरम, सागर, शहडोल, भोपाल सहित कई जिलों में बौछार पड़ने की संभावना है।
इनके साथ ही मौसम विभाग ने भोपाल, नर्मदापुरम, ग्वालियर, सागर, चंबल के कई जिलों में बिजली गिरने की संभावना जताई है। वहीं सीहोर, देवास, ग्वालियर, भिड़, सागर, बैतूल में यलो अलर्ट जारी कर कई स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी दी है।
मानसून ट्रफ
मानसून ट्रफ महाराष्ट्र से गोवा के तटों तक ऑफ शोर मानसून रेखा है, जो जल्द ही अपना असर दिखायेगी। हालांकि मौसम पर अभी भी 3 वेदर सिस्टम असर डाल रहे हैं। जिससे कई इलाकों में अभी भी बारिश का कहर जारी है। मानसून ट्रफ जैसलमेर, कोटा से उत्तर पश्चिम मध्यप्रदेश पर बने गहरे के क्षेत्र से सतना, पेंड्रा, झारसुगड़ा से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक बन रहा है।