सावन का महीना हिंदू धर्म में सबसे पवित्र महीना माना जाता है। इस महीने में भगवान शिव की पूजा आराधना की जाती है। साथ ही इस महीने में भगवान शिव की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है माना जाता है। सावन के हर दिन भगवान भोलेनाथ को जल चढ़ाकर उन्हें प्रसन्न किया जा सकता है। सावन में भोलेनाथ अपने हर भक्त से प्रसन्न में रहते हैं। इसके अलावा देवशयनी एकादशी को भगवान विष्णु के निद्रा में चले जाने के बाद शिवजी ही 4 महीने तक सृष्टि का संचालन करेंगे। इसी के चलते सिव जी का काफी महत्त्व हैं।
पूजा-व्रत करने से होंगी सारी मनोकामनाएं पूरी
ऐसा माना जाता हैं कि इस महीने में पूजा-व्रत करने से सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। सावन सोमवार के व्रत करने के अलावा कई लोग इस पूरे महीने में व्रत रखते हैं। ऐसे लोगों को कुछ खास बातों का जरूर ध्यान रखना चाहिए।
– सावन के पूरे महीने व्रत कर रहे हैं तो इस दौरान फर्श पर सोना और सूर्योदय से पहले उठना बहुत अच्छा होता है।
– जागने पर ज्यादातर समय भगवान की आराधना में लगाना और मौन रहना बहुत अच्छा है। ताकि मुंह से ना तो गलत शब्द निकलें और ना ही मन भटके।
– इस व्रत में दूध, शक्कर, दही, तेल, बैंगन, पत्तेदार सब्जियां, मसालेदार भोजन का सेवन न करें. फलाहार भी संयम से करें। उतना ही भोजन करें कि नींद न आए और भगवान की आराधना में व्यवधान न आए।
– यदि पूरे महीने व्रत न भी रखें तो भी सुपारी, मांस और मदिरा का सेवन न करें।
– सावन के पूरे महीने व्रत रखने वाले लोगों को इस दौरान दाढ़ी नहीं बनाना चाहिए। बाल और नाखून भी नहीं काटने चाहिए।
– भगवान भोलेनाथ के अलावा भगवान विष्णु और अपने इष्ट देव की भी आराधना करें।
– पति-पत्नी संयम रखें। हो सके तो व्रत में यात्रा न करें, बल्कि घर पर रहकर ही भगवान की आराधना करें।