MP News : कमलनाथ का शिवराज सरकार पर तंज, 2 सालों में जनता को किया गुमराह

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MP News : मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ( Kamal Nath) ने आज शिवराज सरकार के 2 वर्ष पूरे होने पर अपने जारी एक बयान में कहा कि इन 2 वर्षों में प्रदेश विकास की दृष्टि से आगे बढ़ने की बजाय , हर दृष्टि से पीछे ही गया है। इन 2 वर्षों में प्रदेश में किसी भी वर्ग का कोई भला नहीं हुआ है , बल्कि हर वर्ग परेशान ही हुआ है।इन 2 वर्षों में सिर्फ इवेंट,आयोजनों के नाम पर प्रदेश की जनता को गुमराह करने का काम जमकर हुआ है।

नाथ ने कहा शिवराज सरकार के आते ही हमने प्रदेश में कोरोना काल में सरकार का कुप्रबंधन देखा कि किस प्रकार प्रदेश में लाखों लोगों की इलाज, बेड, अस्पताल, ऑक्सीजन, जीवन रक्षक दवाइयों के अभाव में मौते हुई। सरकार की लापरवाही के कारण लाखों लोगों ने तड़प-तड़प कर अपनी जान दी है और इस संकट काल में भी सरकार लोगों को बचाने की बजाय सत्याग्रह पर बैठने ,रथ पर सवार होकर घूमने , गोले बनाने जैसे इवेंट ,आयोजन करती रही। इन 2 वर्षों में सबसे ज्यादा परेशान प्रदेश का किसान हुआ है। जिसे उसकी अतिवर्षा व ओलावृष्टि से ख़राब फसलों का अभी तक कोई मुआवजा नहीं मिल पाया है , उसे मिला है तो सिर्फ भाषण और कोरे आश्वासन। आज भी किसान मुआवजे के लिए सरकार की तरफ गुहार लगा रहा है ,वही किसानों को उसकी फसल बीमा का लाभ भी अभी तक नहीं मिल पाया है।

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शिवराज सरकार ने बड़ा आयोजन कर 12 फरवरी को प्रदेश के 49 लाख किसानों के खाते में 7600 करोड़ डालने के बड़े-बड़े दावे किए लेकिन आज भी प्रदेश के लाखों किसानों को फसल बीमा की दावा राशि नहीं मिल पायी है ,जिन किसानों को मिली भी है तो वह भी अपने खातों से नगद राशि नहीं निकाल पा रहे हैं ,कहीं निकासी पर रोक है और कहीं यह राशि उनके ऋण में समायोजित की जा रही है। दावा किया गया था कि किसानों को फसल बीमा की राशि एक हज़ार रुपये से कम नहीं मिलेगी लेकिन सरकार का यह दावा भी झूठा साबित हुआ है।इन 2 वर्षों में किसान खाद-बीज के संकट से काफी परेशान हुआ है।

किसानों को कई-कई दिन तक खाद के लिए लंबी-लंबी लाइनो में लगना पड़ा ,उन्हें खाद के बदले पुलिस के लट्ठ मिले , उन्हें सड़कों पर दिन-रात गुजारना पड़ा लेकिन फिर भी उसे समय पर खाद-बीज नहीं मिल पाया ,जिसके कारण किसान समय पर अपनी बोवनी नहीं कर पाया।आज भी प्रदेश में किसानों को उनकी उपज का सही दाम नहीं मिल पा रहा है , किसान परेशान हैं , अब किसानो को परेशान करने के लिये समर्थन मूल्य पर गेहूं ख़रीदी में भी पंजीयन से लेकर छन्ने की तमाम शर्तें थोप दी गयी है।

किसान शिवराज सरकार की नीतियो के कारण कर्ज के दलदल में निरंतर धँसता जा रहा है और सरकार उसकी कर्ज माफी की बजाय , डिफाल्टर किसानों के कर्ज की सिर्फ़ ब्याज भरने की घोषणा कर झूठी वाहवाही लूट रही है ,जबकि किसानों का पूरा कर्ज माफ होना चाहिए।किसानों को ना बिजली मिल पा रही है और ना सिंचाई के लिए पानी मिल पा रहा है।
बात करें तो प्रदेश का युवा इन 2 वर्षों में जमकर ठगाया है , दावे तो एक लाख रोजगार प्रतिमाह देने के किए गए थे।

लेकिन आज प्रदेश में पंजीकृत बेरोजगारी का आंकड़ा 30 लाख के पार हो चुका है और हमने देखा है कि इन 2 वर्षों में किस प्रकार ग्वालियर-उज्जैन जिला कोर्ट में चपरासी ,माली ,सफाई कर्मी , ड्राइवर के 40 पदों के लिए किस प्रकार से 20 हज़ार से अधिक उच्च शिक्षित युवा लाइनों में लगे रहे ,यह प्रदेश में रोजगार की स्थिति है ,शिवराज सरकार के रोजगार देने के सारे दावे दावे झूठे साबित हुए हैं।

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वही बात करें तो इन 2 वर्षों में मध्यप्रदेश में बहन-बेटियों के साथ दुष्कर्म की सबसे ज्यादा घटनाएं घटी हैं। प्रदेश में कोरोना के लॉक डाउन व कर्फ्यू काल में भी बहन-बेटियों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं घटी है। आज शिवराज सरकार में बहन-बेटी कहीं भी सुरक्षित नहीं है, प्रदेश में प्रतिदिन 23 बहन-बेटी महिलाएं अत्याचार का शिकार हो रही है। प्रदेश बहन बेटियों के लिए सबसे असुरक्षित राज्य बनता जा रहा है।

इन 2 वर्षों में प्रदेश में भूख प्यास से तड़प कर हजारों गौ माताओं की मौत की तस्वीरें सामने आई है। प्रदेश के भोपाल के बैरसिया से लेकर छतरपुर ,गुना ,विदिशा ,इंदौर जैसे जिलों में हमने सेकडो गौमाताओ को तड़प-तड़प कर दम तोड़ते देखा है।हमारी सरकार में हमने गौमाता के संरक्षण व संवर्धन के लिए 1 हज़ार गौशालाओ का निर्माण शुरू किया था,वही हमारी सरकार जाते ही आज गोवंश रोज मौत का शिकार हो रहा है।गौशालाओं को दिए जा रहे अनुदान में भारी भ्रष्टाचार और फर्जीवाड़ा सामने आ रहा है।

वही बात करें तो इन 2 वर्षों में प्रदेश में आदिवासी वर्ग ,ओबीसी वर्ग साथ उत्पीड़न व दमन की कई घटनाएं घटी है।प्रदेश के नेमावर ,खरगोन ,खंडवा में आदिवासी वर्ग के साथ अत्याचार व दमन की घटनाएं घटी है। एनसीआरबी के आंकड़ों में भी प्रदेशआदिवासी वर्ग पर अत्याचार की दृष्टि से देश में शीर्ष पर आया है।बच्चों की दृष्टि से भी प्रदेश , देश का सबसे असुरक्षित राज्य माना गया है।

वहीं प्रदेश के ओबीसी वर्ग के साथ भी इस तरह की घटनाएं बड़ी संख्या में प्रदेश में घटी है।हमारी सरकार द्वारा ओबीसी वर्ग के हित व कल्याण के लिए उनके आरक्षण को 14% से बढ़ाकर 27% किया गया था लेकिन शिवराज सरकार की लापरवाही के कारण आज भी इस वर्ग को बढ़े हुए आरक्षण का लाभ नहीं मिल पा रहा है क्योंकि शिवराज सरकार ओबीसी वर्ग का भला ही नहीं चाहती है।

बात करें तो इन 2 वर्षों में प्रदेश में कुपोषण का आंकड़ा बड़ा है। आज भी प्रदेश में कुपोषित का आँकड़ा 10 लाख 32 हज़ार है और उसमें से भी 6 लाख 30 हज़ार बच्चे अति कुपोषित की श्रेणी में है। इन 2 वर्षों में प्रदेश ने भ्रष्टाचार को लेकर भी नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं। आज प्रदेश में छोटे से चपरासी से लेकर छोटे-छोटे अधिकारी के यहां भी छापों में करोड़ों की संपत्तियां मिल रही है। प्रदेश में हर योजना में भ्रष्टाचार सामने आ रहा है ,चाहे कन्या विवाह योजना की बात करें ,मनरेगा की बात करें या ओलावृष्टि में मुआवजे की बात करें या गरीबो की राशन की बात करें ,हर योजना में चारों तरफ भ्रष्टाचार ही भ्रष्टाचार नजर आ रहा है।

भ्रष्टाचार को लेकर शिवराज सरकार की खुली छूट है। इन 2 वर्षों में प्रदेश अपराधों की दृष्टि से भी देश में शीर्ष पर पहुँच चुका है।इन 2 वर्षों में हत्या ,लूट ,डकैती ,अपराध की घटनाएं में काफी बढ़ोतरी हुई है और प्रदेश दिन-प्रतिदिन असुरक्षित प्रदेश बनता जा रहा है। हमारी सरकार में हमने 100 रुपये में 100 यूनिट बिजली प्रदान की थी और आज शिवराज सरकार आते ही प्रदेश की जनता को हजारों रुपए के बिजली के बिल थमायें जा रहे है,जनता भारी-भरकम बिजली बिलों से परेशान है।

जनता को कोरोना में भी हजारों रुपए के बिजली के बिल थमा दिए गए ,कभी माफी की बात की गई ,कभी स्थगित की बात की गई और अब तीसरी लहर समाप्त होने के बाद सरकार जागी है और एक बार फिर बिजली बिल माफी की घोषणा की गई है लेकिन उसमें भी तमाम नियम-शर्तें थोप दी गयी है ,देखना होगा कि इस घोषणा का भी क्रियांवयन कब तक होता है…?

महंगाई की बात करें तो भाजपा सरकार में महंगाई दिन-प्रतिदिन चरम पर पहुंचती जा रही है। पेट्रोल-डीजल के दाम आसमान छूते जा रहे हैं ,रसोई गैस महंगी होती जा रही है ,खाद्य पदार्थ महँगे होते जा रहे हैं ,भाजपा सरकार इन पर लगने वाले करो में कमी कर ,जनता को कोई राहत प्रदान नहीं कर रही है। शिवराज सरकार में एक तरफ शराब सस्ती हो रही है और दूसरी तरफ दूध महंगा होता जा रहा है।शिवराज सरकार ने प्रदेश को शराबी प्रदेश बनाने का पूरा प्रबंध कर लिया है ,शराब को सस्ती कर दिया गया है और घर-घर शराब पहुंचाने के लिए होम बार लाइसेंस और शराब की दुकानों को दोगुना कर दिया गया है।सरकार निरंतर शराब की बिक्री को बढ़ाने का काम कर रही है और शराब को घर घर पहुंचाने का काम कर रही है।

इन 2 वर्षों में प्रदेश विकास की दृष्टि से एक कदम भी आगे नहीं बढ़ पाया है बल्कि हर दृष्टि से प्रदेश पीछे ही गया है।
प्रदेश में कर्मचारी वर्ग अपने हक की मांग को लेकर संघर्ष कर रहा हैं ,एरियर की मांग कर रहा हैं ,पेंशनर डीए की मांग कर रहे हैं ,चयनित शिक्षक नियुक्ति की मांग कर रहे हैं ,आंगनवाड़ी-आशा-उषा कार्यकर्ता अपने हक व मानदेय की मांग कर रहे हैं लेकिन शिवराज सरकार इन्हें इनका हक देने के बजाय निरंतर इनका दमन कर रही है ,इन्हें प्रताड़ित कर रही है।कर्मचारी पुरानी पेंशन बहाली की मांग कर रहे हैं लेकिन सरकार कोई निर्णय नही ले रही है जबकि राजस्थान व छत्तीसगढ़ की सरकार ने अपने राज्यों में पुरानी पेंशन बहाली का निर्णय ले लिया है।

इन 2 वर्षों में प्रदेश पर क़र्ज़ का आँकड़ा बढ़कर 3 लाख करोड़ के क़रीब पहुँच चुका है। आज प्रदेश का प्रति व्यक्ति 51 हज़ार का क़र्ज़दार बन चुका है।सरकार क़र्ज़ लेकर विकास की बजाय उसे अपने प्रचार-प्रसार , महिमा मंडन , इवेंट , आयोजनो में लूटा रही है। नाथ ने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से सवाल पूछते हुए कहा कि पिछले 2 वर्षों में उनकी सरकार द्वारा किया गया एक भी ऐसा काम बताए ,जिससे प्रदेश का नाम देशभर में आगे हुआ हो ,प्रदेश विकास की दृष्टि से आगे बढ़ा हो।

इन 2 वर्षों में भी जमकर झूठी घोषणाए की गई है ,चुनावी क्षेत्रों में जनता को गुमराह करने के लिए हजारों झूठी घोषणाए की गई जिनके आज तक पते नहीं है। शिवराज जी का झूठी घोषणाए करने का व झूठे नारियल फोड़ने का काम आज भी जारी है। शिवराज सरकार का अपने मंत्रियों पर कोई नियंत्रण नहीं है ,प्रतिदिन उल जलूल बयान देना व अपने बयानो से प्रदेश को शर्मसार करना उनकी आदत बन चुका है। इन 2 वर्षों में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह सिर्फ अपनी कुर्सी बचाने में ही लगे रहे। नाथ ने कहा कि इन 2 वर्षों में शिवराज सरकार की असफलताओ के कई उदाहरण हैं ,जिनको गिनाया जा सकता है , जबकि उपलब्धि एक भी नहीं है।शिवराज सरकार के यह 2 वर्ष प्रदेश के लिये शर्मनाक होकर , प्रदेश को पीछे ले जाने वाले है।