भोपाल: पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की उपस्थिति में आज उनके निवास पर इंदौर जिले के भाजपा एवं आम पार्टी के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में कांग्रेस में शामिल हुए। इस अवसर पर नाथ ने कहा कि आज हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती लोकतंत्र को बचाने की व सौदेबाजी कर ,बोली लगाकर सरकार बनाने वाली भाजपा को मुहतोड़ जबाव देने की है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के 28 विधानसभा क्षेत्र में होने वाले यह उपचुनाव साधारण उपचुनाव नहीं है , यह मध्यप्रदेश के भविष्य का चुनाव है जो यह तय करेगा कि हमारे प्रदेश की राजनीति और सरकारे सौदेबाजी और बोलियां लगाकर नही बनेगी। लोकतंत्र और संविधान के अनुसार जनादेश ही सर्वोपरि होगा , जिसका अपमान करने का व उससे खिलवाड़ करने का हक किसी को नही होगा।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि आपने प्रदेश की बेहतर तस्वीर बनाने के लिए सच के साथ खड़े होने का जो निर्णय लिया है ,उससे निश्चित ही प्रदेश की तस्वीर बदलेगी। भाजपा के मात्र 6 माह के शासनकाल में ही हर वर्ग परेशान है। किसानों की रोजी-रोटी छीनने के लिए लाये गये नये कानून, दलालों और बिचोलियों को लाभ पहुँचायेंगे। आज हमारा नौजवान रोजगार के लिए भटक रहा है , व्यापारी वर्ग परेशान हैं और हमारी बहन- बेटियाँ असुरक्षित माहौल में जी रही है। नाथ ने कांग्रेस में शामिल हुए सभी भाजपा और आप पार्टी के कार्यकर्ताओं का स्वागत कर उनसे आव्हान किया कि वे आगामी उपचुनाव में प्रजातंत्र के हत्यारों को सबक सिखाने के लिए जुट जायें। इस मौके पर मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव श्री पवन कुमार पटेल एवं पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के महासचिव विनय कटियार उपस्थित थे।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने धार जिले के बदनावर उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी बदले जाने के निर्णय पर कांग्रेस नेताअभिषेक सिंह एवं जी.पी. सिंह द्वारा कांग्रेस पार्टी के हित में किये गये त्याग की सराहना की है। उन्होंने कहा कि ऐसे कर्मठ व समर्पित राजनेता और कार्यकर्ता ही कांग्रेस पार्टी की असली ताकत हैं। जिन्होंने अपनी कर्मठता से पार्टी को आज तक जीवित रखा है। नाथ ने कहा कि पार्टी नेतृत्व के निर्णय के अनुसार बदनावर विधानसभा उपचुनाव में कमल पटेल को प्रत्याशी बनाये जाने के बाद अभिषेक सिंह और जी.पी. सिंह ने पार्टी हित में व्यक्तिगत हित से ऊपर उठकर जिस उदार भावना का परिचय दिया है ,वह इस बात का प्रतीक है कि कांग्रेस पार्टी में पद और लोभ से परे निष्ठावान लोग स्वहित को नहीं बल्कि उनके लिए पार्टी और उसके द्वारा लिये गये निर्णय सर्वोपरि हैं। नाथ ने कहा कि अभिषेक सिंह एवं जी.पी. सिंह का परिवार सदैव कांग्रेस पार्टी के प्रति समर्पित रहा है। बदनावर के उपचुनाव में प्रत्याशी परिवर्तन के बाद सिंह परिवार ने इसी भावना का परिचय दिया है।