भाजपा में शामिल होने की खबरों को पूर्व सीएम कमलनाथ ने खारिच कर दिया है. छिंदवाड़ा के हर्रई में पार्टी कार्यकर्ताओं की एक बैठक को संबोधित करते हुए कमलनाथ ने बड़ा बयान दिया है. 77 वर्षीय नेता ने कहा कि उन्हें कई वर्षों से कार्यकर्ताओं का प्यार और विश्वास मिलता रहा है. उन्होनें कहा कि वह अपने आप को उन पर नहीं ‘‘थोपेंगे’’ और अगर वे चाहते हैं तो पार्टी छोड़ देंगे.
कमलनाथ ने भावुक अंदाज में कहा कि ‘‘अगर आप कमलनाथ को विदाई देना चाहते हैं तो यह आपकी मर्जी है. मैं जाने के लिए तैयार हूं. मैं खुद को आप पर थोपना नहीं चाहता. यह आपकी मर्जी का मामला है.’’ कमलनाथ के बेटे नुकलनाथ छिंदवाड़ा सीट से सांसद हैं. कमलनाथ ने पहले ही घोषणा की थी कि उनका बेटा नकुल दोबारा इस सीट से चुनाव लड़ेंगे.
इस दौरान कमलनाथ ने राममंदिर को लेकर बात की और कहा कि अयोध्या में भगवान राम का मंदिर सभी का है और भाजपा को इसके निर्माण का श्रेय नहीं लेना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘‘क्या राम मंदिर भाजपा का है? यह मेरे समेत सभी लोगों का है. मंदिर का निर्माण जनता के पैसों से हुआ है. उच्चतम न्यायालय ने एक फैसला दिया और चूंकि वे (भाजपा) सत्ता में हैं तो उन्होंने मंदिर का निर्माण किया है.’’
गौरतलब है कि भाजपा में शामिल होने की अटकलों के बीच वरिष्ठ नेता ने मंगलवार को कहा था कि ये अटकलें मीडिया की उपज थीं और उन्होंने कभी ऐसा बयान नहीं दिया. उन्होनें कहा था, मीडिया ऐसी अटकलें लगा रहे हैं तथा कोई और ऐसा नहीं कह रहा है. क्या आपने कभी मुझसे ऐसा सुना है. आप खबर चलाते हैं और मुझसे पूछते हैं. आपको इस खबर का खंडन करना चाहिए.