इंदौर 17 अगस्त,2020/भारतीय जनता पार्टी नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे एवं जिला अध्यक्ष डॉ. राजेश सोनकर ने बताया कि आज राज्यसभा सांसद निर्वाचित होने के पश्चात प्रथम बार नगर आगमन होने पर भाजपा नेता श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का विमानतल पर आगवानी कर स्वागत किया गया।
आपने बताया कि सिंधिया राज्यसभा सांसद के रूप में इंदौर पहली बार पहुंचे है। विमानतल पर सिंधिया की वरिष्ठ नेता, पूर्व सांसद कृष्णमुरारी मोघे, सांसद शंकर लालवानी, केबिनेट मंत्री तुलसीराम सिलावट, सुश्री उषा ठाकुर, नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे, जिला अध्यक्ष डॉ. राजेश सोनकर, प्रदेश उपाध्यक्ष, सुदर्शन गुप्ता, विधायक रमेश मेंदोला, महेन्द्र हार्डिया, मालिनी गौड़, आकाश विजयवर्गीय, महेन्द्र हार्डिया, गोपीकृष्ण नेमा, मधु वर्मा, उमेश शर्मा, गोविन्द मालू, प्रमोद टंडन, मोहनसिंह सेंगर, सर्वेश तिवारी ने आगवानी कर स्वागत किया।
इसी के साथ प्रेमनारायण पटेल, मुकेशसिंह राजावत, गणेश गोयल, घनश्याम शेर, चिन्टू वर्मा, जे.पी.मूलचंदानी, अजयसिंह नरूका, रवि रावलिया, गोपालसिंह चौधरी, सावन सोनकर, इकबालसिंह गांधी, कमल वाघेला, जयदीप जैन, जयंत भिसे नानुराम कुमावत,अभिषेक (बबलू) शर्मा, हरप्रीतसिंह बक्षी, सुमित मिश्रा, गोलू शुक्ला, संदीप दुबे, मुकेश मंगल, कमल वर्मा, देवकीनंदन तिवारी, मनस्वी पाटीदार, श्रवणसिंह चावड़ा आदि भाजपा नेताओं का विमानतल पर ज्योतिरादित्य सिंधिया से नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे ने परिचय कराया। सभी ने सिंधिया का स्वागत व अभिवादन किया।
विमानतल पर प्रेस से चर्चा करते हुए सिंधिया ने कहा कि मैं उज्जैन के धार्मिक कार्यक्रम के लिये इंदौर आया हूं, यहां से उज्जैन पहुंचुगां। आपने कहा कि अभी राजनैतिक माहौल गरमाया हुआ है, स्वभाविक भी है जिस तरह 15 महिने की कांग्रेस सरकार का प्रदेश की जनता ने भ्रष्टाचार और वादा खिलाफी देखी है। ना किसानों का ऋण माफ हुआ, ना ही बेरोजगार युवाओं को भत्ता मिला और इसी के साथ जनता के साथ किये किसी भी वादे को पूरा नहीं करते हुए जनता के साथ धोखा किया। हमने जनता से किये गये वादों को याद दिलाने के लिये बार-बार आवाज उठाई, लेकिन सुनी ही नहीं गई। तब मैं और मेरे साथियों ने ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए अत्याचारी और दोगली सरकार के खिलाफ कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देकर भारतीय जनता पार्टी में प्रधानमंत्री नरेन्द्रजी मोदी, गृहमंत्री अमित शाह एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा त्रिमूर्ति की उपस्थिति में शामिल हुए। इस त्रिमूर्ति के नेतृत्व में अखण्ड भारत का विकास एकता व अखण्डता सुनिश्चित है।
आपने ने कहा कि सत्य परेशान हो सकता है लेकिन पराजित नहीं। जिस प्रकार मेरी दादी ने सत्य का रास्ता अपनाया था, मेरे पिताजी ने भी उसी प्रकार सत्य का रास्ता अपनाया। मैं कल भी जनसेवक था और भी हूं और आगे भी जनसेवक ही रहूंगा, हम जनता की सेवा करने का कार्य कर रहे है। आने वाले उपचुनाव मेंं जनता की अदालत भी कांग्रेस के नेताओं का फैसला करेंगी।
इस अवसर पर आपने पत्रकार बंधुओं के द्वारा किये गये प्रश्नों के जवाब देते हुए कहा कि जब कोरोना महामारी संक्रमण मध्यप्रदेश में शुरू होकर फेल रहा था, तब कमलनाथ ने इसकी रोकथाम के लिये ना तो कोई बैठक की और ना ही कोई योजना बनाई, लेकिन मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने जिस दिन शपथ ली उसी समय से पूरे-पूरे 20 से 24 घंटे तक इस पर कार्य करते हुए आज इस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिये सारे उपाय किये। एक प्रश्न के जवाब में आपने कहा कि अब कांग्रेस में काबिलियत पर प्रश्न उठाया जाता है, वही मेरे मित्र सचिन पायलेट के साथ भी हुआ।
आपने कहा कि आलोचना और विरोध को बताने के लिये लोकतंत्र के चौथे स्तंभ आप सभी की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। यदि आलोचना सकारात्मक हो तो अच्छी भी होती है। जिन मुददों पर कांग्रेस उत्पन्न हुई, लेकिन वह उन मुददों को ही भूलकर विफल हुई। कांग्रेस के नेता कुर्सी जाने से छटपटा रहे है, उन्हें जनता की कोई परवाह नहीं है।
इसी के साथ आपने अन्य सवालों के भी संतोषजनक जवाब दिये। पत्रकार बंधुओं से चर्चा के समय सिंधिया के साथ तुलसीराम सिलावट, शंकर लालवानी, गौरव रणदिवे, डॉ. राजेश सोनकर, उमेश शर्मा, सर्वेश तिवारी, जेपी मूलचंदानी, सुमित मिश्रा, आलोक दुबे, देवकीनंदन तिवारी एवं मुकेश जरिया भी उपस्थित थे।