Jio Cinema: रिलायंस इंडस्ट्रीज और डिज्नी के बीच अधिग्रहण डील अब अंतिम चरण में है। इस डील के पूरा होने की आधिकारिक घोषणा जल्द ही की जा सकती है। इस समझौते के बाद डिज्नी के स्टार नेटवर्क का पूरा कारोबार मुकेश अंबानी के हाथ में आ जाएगा, जिससे रिलायंस इंडस्ट्रीज की मीडिया में मजबूत स्थिति बन जाएगी।
ओटीटी प्लेटफॉर्म का विलय
विलय के बाद रिलायंस के पास डिज्नी+हॉटस्टार का स्वामित्व भी होगा। रिपोर्ट्स के अनुसार, इस विलय के चलते मुकेश अंबानी की कंपनी एक ही ओटीटी प्लेटफॉर्म बनाए रखने का फैसला ले सकती है। यह कदम जियो सिनेमा और डिज्नी+हॉटस्टार को एकत्रित करने के लिए उठाया जा सकता है, जिससे उपयोगकर्ताओं को बेहतर सेवा प्रदान की जा सकेगी।
संभावित बदलाव
खबरों के मुताबिक, रिलायंस की सहायक कंपनी वायाकॉम 18 और स्टार इंडिया के विलय के बाद ‘जियो सिनेमा’ को ‘डिज्नी+हॉटस्टार’ में मर्ज किया जा सकता है। इस प्रक्रिया में जियो सिनेमा को बंद करने का विकल्प भी शामिल है। इससे कंपनी डिज्नी+हॉटस्टार को बनाए रखते हुए बेहतर ग्राहक अनुभव प्रदान कर सकेगी।
नियामक मंजूरी और अगले कदम
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने डिज्नी के स्टार इंडिया बिजनेस को खरीदने के लिए अधिकांश औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं, और कंपनी को आवश्यक नियामक मंजूरी भी मिल चुकी है। इस डील के बाद, नई कंपनी Star-Viacom 18 पर रिलायंस का नियंत्रण होगा, जो मीडिया क्षेत्र में उनकी स्थिति को और मजबूत करेगा।
डिज्नी+हॉटस्टार का लाभ
जियो सिनेमा को डिज्नी+हॉटस्टार में मर्ज करने का एक महत्वपूर्ण कारण यह है कि डिज्नी+हॉटस्टार के 50 मिलियन से अधिक डाउनलोड हैं, जबकि जियो सिनेमा के डाउनलोड की संख्या 10 करोड़ है। इसके अलावा, डिज्नी+हॉटस्टार के पास 3.55 करोड़ पेड सब्सक्राइबर्स भी हैं, जो इसे एक मजबूत प्रतिस्पर्धी बनाता है।