गुरुवार को जम्मू कश्मीर के कुलगाम में एक बार फिर से आतंकी हमला हुआ जिस में बीजेपी के नेता को निशाना बनाया गया। इस आतंकी हमले में तीनो नेताओं को घटना स्थल में ही मौत हो गई। यह पूरे आतंकी हमले की जिम्मेदारी सोशल मीडिया के माध्यम से लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े एक संगठन ने ली है और इस संगठन ने सोशल मीडिया पर धमकी भी दी है।
गुरुवार को कुलगाम बीजेपी नेताओं में हुए हमले की जवाबदारी लश्कर ए तैयबा के ही संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरफ) ने ली है। इस हमले में बीजेपी युवा मोर्चा के महासचिव फिदा हुसैन समिट , उमर हजम, उमर राशिद की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
इस हमले के बाद आतंकी संगठन द्वारा सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिख कर धमकी भी दी गई जिसमें लिखा था कि श्मशान घाट भी ओवरबुक हो जाएंगे।
यह कुछ वक्त पहले ही तैयार किया गया है। इस में जम्मू कश्मीर के स्थानीय युवाओं को शामिल कर के आतंकी बनाया गया है। लश्कर ए तैयबा के इस संगठन अपनी मौजूदगी सोशल मीडिया में दर्ज किया हुआ है और वहाँ से ही यह अपनी ब्रैंडिंग करने में जुटा रहता है।
इस संगठन को कश्मीर में 370 के हटाने के बाद बनाया गया है। अब तक इस संगठन ने बीजेपी संग सहित सुरक्षाबलों के काफिले पर भी हमले कर चूका है।
गौतलब है की अब आतंवादी के नज़र में बीजेपी के नेता और कार्यकर्त्ता है। अभी तक जून 2020 से 8 नेताओं का मर्डर किया है। सुरक्षाबलों द्वारा जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ अपने ऑपरेशन में तेजी लाई गई है,जिसके कारण आतंकी बल बौखला कर बदला ले रहा है।