इंदौर : किसानों को प्रतिदिन दस घंटे एवं शेष सभी वर्ग के उपभोक्ताओं को चौबीस घंटे बिजली वितरण गुणवत्ता के साथ किया जाए। बिजली वितरण जितना ही जरूरी है, देयकों की समय पर वसूली की जाए। दोनों ही कार्यों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। उक्त निर्देश मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक श्री अमित तोमर ने दिए। मंगलवार की शाम कंपनी क्षेत्र के सभी 15 जिलों के इंजीनियरों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सभी उपभोक्ताओं से देयकों की वसूली, विजिलेंस की बकाया राशि की वसूली, बड़े शहरों में असेस्मेंट फ्री बिल व्यवस्था पर सभी अधिकारी ध्यान दे। उपभोक्ताओं की शिकायतों का समय पर समाधान, प्रति यूनिट नकद राजस्व संग्रहण बढ़ाने, ट्रांसफार्मर का फेल रेट घटाने आदि के बारे में लापरवाही सामने आने पर संबंधित अधिकारी को नोटिस जारी किया जाएगा।
प्रबंध निदेशक श्री तोमर ने बागली, कन्नौद, महिदपुर में ट्रांसफार्मर फेल रेट अपेक्षाकृत ज्यादा पाए जाने पर जांच के निर्देश मुख्य अभियंता उज्जैन श्री पुनीत दुबे को दिए। इंदौर शहर एवं इंदौर ग्रामीण में विजिलेंस प्रकरणों की तेजी से सुनवाई के लिए विशेष बैठक आयोजित करने के निर्देश मुख्य महाप्रबंधक श्री संतोष टैगोर, मुख्य सतर्कता अधिकारी श्री कैलाश शिवा, कार्यपालक निदेशक श्री संजय मोहासे, शहर अधीक्षण यंत्री श्री कामेश श्रीवास्तव, ग्रामीण अधीक्षण यंत्री श्री डीएन शर्मा को दिए।
शासकीय देयकों पर जोर
प्रबंध निदेशक श्री तोमर ने शासकीय देयकों की समय पर वसूली के लिए मुख्य महाप्रबंधक श्री टैगोर एवं निदेशक श्री मनोज झंवर को समन्यक बनाया है। दोनों ही अधिकारियो को शासकीय बकाया राशि की वसूली की प्रतिदिन समीक्षा कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए है।
जिला मुख्यालयों में सिर्फ रीडिंग के ही बिल
शहरों में असेस्मेंट फ्री बिल व्यवस्था पर अमल किया जा रहा है। प्रबंध निदेशक ने सभी जिलों के इंजीनियरों को निर्देश दिए कि मीटर संबंधी जहां भी कार्य है, वहां जनवरी मासांत तक हर हाल में कार्य पूर्ण किया जाए। फरवरी माह इंदौर समेत सभी जिला मुख्यालयों बिल में असेस्मेंट स्वीकार नहीं होगा। इस मौके पर कार्यपालक निदेशक आपूर्ति श्री गजरा मेहता, मुख्य़ अभियंता श्री एसआर बमनके श्री एसएल करवड़िया, अतिरिक्त मुख्य अभियंता श्री अशोक शर्मा ने भी विचार रखे।