कुतुब मीनार से भी ऊंची होगी इंदौर के स्टार्टअप पार्क की बिल्डिंग, इन दो प्रोजेक्ट्स को मिली मंजूरी

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विपिन नीमा

इंदौर। शहर में ऊंची ऊंची बिल्डिंग बनाने का कल्चर तेजी से बढता जा रहा है। आईडीए नए कांसेप्ट के साथ एक ऐसी इमारत बनाने जा रहा है जो कुतुबमीनार से भी ऊंची होगी। कुतुबमीनार की ऊंचाई 75 मीटर है जबकी इस इमारत की ऊंचाई 90 मीटर होगी। 30 मंजिला यह इमारत शासन की नई स्टार्टअप पॉलिसी के तहत स्टार्टअप पार्क के रूप में विकसित होगी। यह क्रिस्टल आईटी पार्क की तर्ज पर बनेगी। यह प्रोजेक्ट सीएम, सांसद और आईडीए अध्यक्ष तीनों के लिए महत्वपूर्ण है। हालांकि 2018 में आईडीए ने सुपर कॉरिडोर पर प्रदेश की सबसे ऊंची कमर्शियल बिल्डिंग बनाने का सपना दिखया था । इस प्रोजेक्ट खास बात यह थी कि बिल्डिंग की छत पर हेलीकाप्टर के लिए हेलीपेड बनाया जाने वाला था , लेकिन धरातल पर उतरने से पहले ही प्रोजेक्ट की हवा उड़ गई। पांच साल बाद आईडीए ने सुपर कॉरिडोर पर ही स्टार्टअप पार्क पर काम शुरू कर दिया है।

लालवानी और चावड़ा दोनों के लिए महत्वपूर्ण है स्टार्टअप पार्क प्रोजेक्ट

सुपर कॉरिडोर पर प्रस्तावित 30 मंजिला स्टार्टअप पार्क का यह प्रोजेक्ट सांसद शंकर लालवानी और आईडीए अध्यक्ष जयपालसिंह चावड़ा दोनों के लिए चुनौतीपूर्ण है। गत 15 जनवरी 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नेशनल स्टार्टअप डे मनाने की घोषणा के तुरंत बाद ही सांसद शंकर लालवानी ने इंदौर को स्टार्ट अप कैपिटल के रूप में स्थापित करने के लिए प्रयास शुरू कर दिए थे। उन्हीं के प्रयासों से यह प्रोजेक्ट इंदौर को मिला है। अब आईडीए चेअरमेन जयपालसिंह चावड़ा के लिए प्रोजेक्ट को धरातल पर लाना सबसे बड़ी चुनौती है। हालांकि चावड़ा लगातार इसकी मॉनिटरिंग कर जल्द से जल्द इसे धरातल पर लाने का प्रयास कर रहे है। सीएम के लिए भी यह प्रोजेक्ट महत्वपूर्ण है, क्योंकि हाल ही में सम्पन्न हुए जी 20 समिट में कहा था की इंदौर को देश में नंबर वन आईटी सिटी बनाना है।

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मलेशिया की कंसल्टेंट कंपनी ने तैयार किया पार्क का मॉडल

सुपर कॉरिडोर पर 20 एकड़ जमीन में स्टार्टअप पार्क विकसित होगा। वर्तमान में यह प्रोजेक्ट कागजों पर है। धरातल पर उतरने में अभी कुछ समय लगेगा। स्टार्टअप पार्क का प्रोजेक्ट तैयार करने वाली मलेशिया व इंदौर के हितेंद्र मेहता की कंसलटेंट कम्पनी ने मॉडल तैयार कर दिया है। 450 करोड़ रुपए की लागत में 30 मंजिल इमारत तैयार होगी। 21 मार्च 2023 को आयोजित आईडीए बोर्ड की बैठक में यह फैसला हुआ है । सुपर कॉरिडोर में स्कीम 151 और 169-बी (सेक्टर डी) में लगभग 20 एकड़ भूमि में एक स्टार्टअप पार्क और डेटा सेंटर प्रस्तावित किया गया है।

प्रोजेक्ट में थी छत पर हेलीपेड ओर 6 मंजिला पार्किंग की व्यवस्था

आईडीए के तात्कालीन चेअरमेन वर्तमान सांसद शंकर लालवानी ने अपने कार्यकाल के दौरान सुपर कॉरिडोर पर 300 करोड़ रुपये की लागत से प्रदेश का पहली 25 मंजिला बिल्डिंग बनाने का निर्णय 26 जुलाई 2018 को हुई बोर्ड बैठक में लिया था। इस बिल्डिंग में जो व्यवस्था रखी गई थी जिसमें छत पर हेलीपैड, और छह मंजिला पार्किंग जिनमें तीन मंजिला पार्किंग जमीन के नीचे और तीन मंजिल जमीन के ऊपर, 5,000 वर्ग फुट खुला व्यावसायिक स्थान, चौथी मंजिल पर जिम और मनोरंजन केंद्र, 5वीं मंजिल पर फूड कोर्ट और दो बड़े कॉन्फ्रेंस हॉल तथा दो खुली छत शामिल थी। लेकिन टैंडर प्रक्रिया पूरी होने से पहले ही यह प्रोजेक्ट अटक गया। पांच साल बीत गए लेकिन आज तक ये प्रोजेक्ट जीवित नही हो सका। अब इस प्रोजेक्ट की भरपाई स्टार्टअप पार्क के रुप में की जा रही है।

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दोनों प्रोजेक्टों पर एक नजर

5 साल पहले 26 जुलाई 2018 बोर्ड बैठक में प्रोजेक्ट को अनुमति

– चेयरमेन – शंकर लालवानी
– सीईओ – कुमार पुरषोत्तम
– 300 करोड़ रुपये की लागत
– स्थान – सुपर कॉरिडोर के टीसीएस स्क्वायर के पास
– जमीन का एरिया – 3 एकड़ जमीन
– बिल्डिंग की ऊंचाई 75 मीटर
– स्पेस बुकिंग की कीमत 4,400 रुपये स्क्वायर फीट रखी गई थी ।

5 साल बाद 21मार्च 2023 बोर्ड बैठक में प्रोजेक्ट को अनुमतिमें

– चेयरमेन – जयपाल सिंह चावड़ा
– सीईओ – आरपी अहीरवाल
– स्थान – सुपर कॉरिडोर की स्कीम 151 और 169-बी (सेक्टर डी) में
– इमारत की ऊंचाई 90 मीटर
– जमीन के एरिया – लगभग 20 एकड़ भूमि
– लागत – 450 करोड़ रु
– इमारत का नाम – स्टार्टअप पार्क
– न डिजाइन बनी
– न ड्राईग तैयार हुई
– न टैंडर हुए