Indore : दाल इंडस्ट्रीज़ के प्रतिनिधि ने वित्त मंत्री से की मुलाकात, 5% जीएसटी समाप्त करने के सम्बंध में की बात

Suruchi
Published on:

इंदौर(Indore) : ऑल इंडिया दाल मिल एसोसिएशन के प्रतिनिधि मण्डल ने दाल इंडस्ट्रीज़ के बाय प्रोडक्टस चूरी, छिलका, खण्डा (सप्लीमेंट्स एण्ड हस्क ऑफ पल्सेस) पर 5% जीएसटी समाप्त करने हेतु नॉर्थ ब्लॉक, नई दिल्ली मे वित्त मंत्री, भारत सरकार माननीया निर्मला सीतारमन के साथ मीटिंग की एवं उनसे अनुरोध किया कि चूरी, छिलका, खण्डा को जीएसटी मुक्त रखा जावे.

यह जानकारी देते हुए संस्था के अध्यक्ष सुरेश अग्रवाल, अनिल गुप्ता, रूपेश राठी (अकोला), अशोक वासवानी (बीकानेर) एवं अनुग्रह जैन (जबलपुर) ने बताया की वित्त मंत्रालय के राजस्व विभाग द्वारा दिनांक 03 अगस्त 2022 को जारी सर्कुलर न. 179/11/2022 – जीएसटी के अनुसार दाल इंडस्ट्रीज़ के तुअर, उड़द, मूंग, मसूर, चना आदि दालों के बाय प्रोडक्टस चूरी, छिलका, खण्डा (सप्लीमेंट्स एण्ड हस्क ऑफ पल्सेस) (दुधारू पशुओ के आहार के रूप मे उपयोग मे आने वाली सामग्री) के व्यापार पर जीएसटी लगा दिया है.

Read More : Bigg Boss 16: जारी हुआ बिग बॉस सीजन 16 का प्रोमो, पहली बार कैमरे के सामने आएंगे बिग बॉस

इस सम्बंध मे सरकार से जीएसटी समाप्त करने के लिए आज नई दिल्ली मे माननीया वित्त मंत्री महोदया के साथ मीटिंग सम्पन्न हुई, जिसमे वित्त मंत्री महोदया से निवेदन किया गया कि
1. सीरियल न. 102 अधिसूचना क्रं. 02/2017 सेंट्रल टैक्स (रेट) दिनांक 28/06/2017 जब जीएसटी लागु हुआ था, तभी से सप्लीमेंट्स एण्ड हस्क ऑफ पल्सेस, जीएसटी से मुक्त है | इसी प्रकार सीरियल न. 103/ए अधिसूचना क्रं. 01/2017 सेंट्रल टैक्स (रेट) दिनांक 28/06/2017 मे भी सप्लीमेंट्स एण्ड हस्क ऑफ पल्सेस, जीएसटी से मुक्त है | वित्त मंत्रालय के राजस्व विभाग द्वारा जारी अधिसूचना के कारण दुधारू पशुओ (गाय, भेस आदि) के उपयोग मे आने वाली वस्तु महंगी हो रही है.

2. ओडीशा हाईकोर्ट के एक जजमेंट, जो कि मिश्रित पशु आहार (COMPOUNDED CATTLE FEED) के बारे मे था, उस डिसिशन के प्रकाश में एक अधिसूचना जारी हुई, जिसमे इन दोनों वस्तुओ को बाय प्रोडक्ट ऑफ केटल फ़ीड मानकर कर योग्य बताया गया, उस अधिसूचना से समस्त व्यापारी जगत और दाल इंडस्ट्रीज़ मे कारोबार प्रभावित हो रहा है तथा व्यापार मे रुकावट आ रही है.

Read More : Indore News : Mhow में टीवी मैकेनिक ने नहीं सुधारी TV, रिटायर्ड फौजी ने मारी चार गोली, अस्पताल पहुंचने से पहले मौत

3. भारत में दाल मिले विगत 1960 से कार्यरत है तथा यह मिश्रित पशु आहार के प्लांट पिछले 10 वर्षों से प्रचलन मे आए है | इन केटल फ़ीड प्लांट द्वारा MOLASSES (गुड़ की राब), CORN FLOUR (मक्का का आटा), RICE BRAN, CALCIUM तथा ARTIFICIAL CEMICAL का उपयोग करके मिश्रित पशु आहार (COMPOUNDED CATTLE FEED) बनाया जाता है.

4. दाल इंडस्ट्रीज़ के सप्लीमेंट्स एवं चूरी की उच्च कीमते होने के करण मिश्रित पशु आहार के प्लांट्स द्वारा इसका उपयोग नहीं के बराबर किया जाता है.

5. दाल इंडस्ट्रीज़ के बाय प्रोडक्ट चूरी, छिलका, खण्डा (सप्लीमेंट्स एण्ड हस्क ऑफ पल्सेस) का उपयोग गत कई वर्षों से देश के किसानों और पशु पालकों द्वारा अपने दुधारू पशुओ (गाय, भेस आदि) को पौष्टिक पशु आहार के रूप मे खिलाया जाता है.

अतः आपसे अनुरोध है कि उपरोक्त अधिसूचना के बारे मे पुनर्विचार करके दाल इंडस्ट्रीज़ के सप्लीमेंट्स एण्ड हस्क ऑफ पल्सेस , जो कि वर्ष 2017 से ही कर मुक्त है, इसलिए भूसी, चूरी, छिलका को कर मुक्त करने का अनुरोध है. साथ ही माननीया वित्त मंत्री महोदया को यह भी अवगत कराया गया कि दाल इंडस्ट्रीज़ द्वारा कारखाने चलाने के लिए बिल्डिंग (भवन) किराए पर लिए जाते है, जिस पर सरकार ने 20 लाख तक के किराए पर 18% जीएसटी लगा रखा है, उसे बढ़ा कर 40 लाख तक करने का अनुरोध किया.

Source : PR