इंदौर(Indore News) : पुलिस उपमहानिरीक्षक मनीष कपूरिया इंदौर (शहर) द्वारा वर्तमान में इंदौर शहर व आसपास के जिलों में एटीएम मशीनों में हो रही चोरी की वारदातों की पतासाजी व इन अपराधों में संलिप्त आरोपियों की धरपकड़ करने हेतु इंदौर पुलिस को निर्देशित किया गया है। उक्त निर्देशों के तारतम्य में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (क्राईम ब्रांच) गुरूप्रसाद पाराशर द्वारा संपत्ति संबंधी वारदातों व विशेष तौर पर हाल के दिनों में हुई एटीएम मशीनों में धोखाधड़ी पूर्वक चोरी की वारदात के अज्ञात आरोपियों की पतारसी हेतु क्राईम ब्रांच को निर्देशित किया गया था। उक्त घटनायों को पुलिस उपमहानिरीक्षक(शहर) इंदौर द्वारा चुनौति के रूप मे लिया जाकर उक्त घटनायों से जुडी गैंगो के पटाक्षेप करने हेतु 20 हजार रूपयों का इंनाम की उद्घोषणा की गई थी।
उक्त निर्देशों के तारतम्य मे क्राईम ब्रांच इंदौर की टीमो द्वारा विगत 03 माह से शहर के विभिन्न थानो मे एटीएम संबंधी अपराध की जानकारी प्राप्त की जाकर घटनास्थल के आसपास व इंदौर शहर व अन्य शहरो जंहा एटीएम संबंधी अपराध हुआ है के हजारो सिसिटीवि फुटेज व टोल फुटेज का निरिक्षण व परिक्षण कर संदिग्ध व्यक्ति व वाहनो के संबंध मे जानकारी ली गई और विभिन्न राज्यो से भी क्राईम ब्रांच की टिम द्वारा संदिग्ध व्यक्यिं का डाटा फुटेज व अन्य तकनिकी जानकारी प्राप्त करते उनके द्वारा आने जाने वाले मार्गो का भी रूट चार्ट तैयार कर अध्ययन किया गया। पूर्व मे घटनायों के संबंध मे एटीएम संबंधीत जानकारा , बैंक खातो की जानकारी व घटना मे प्रयुक्त एटीएम की जानकारी प्राप्त की जाकर विष्लेषण किया जाकर तकनिकी डाटा का भी विष्लेषण किया गया।
जो इस बात की पुष्टि इंई की हरयाणा मेवात व उ.प्र. प्रतापगढ मे कुछ गेंगो का मुवमेन्ट विगत 03 माह मे म.प्र. राज्य के विभिन्न षहरो मे बडा है और एटीएम मशीनो को निशना बनाकर तकनिकी खराबी कर चोरी जा रही है। उक्त गेंग की पतारासी हेतु हरयाणा व उ.प्र. राज्य की गंगो की पुष्टि कराई गई थी ओर उक्त गेंगो के मुवमेन्ट पर क्राईम ब्रांच की टीम द्वारा जानकारी एकत्रित की जाकर लगातार नजर रखी जा रही थी। आज दिनांक मध्यरात्री मे क्राईम ब्रांच की टीम को इलाका भ्रमण के दौरान मुखबीर द्वारा परदेशीपुरा क्षेत्र में सूचना दी गई कि एक सफेद रंग की एक्सयूवी-500 गाड़ी इंदौर शहर में अपराध करने की नीयत से लसूडिया विजय नगर हीरानगर तरफ घूम रही है जिसमें एक ड्रायवर सहित दो अन्य संदिग्ध व्यक्ति हैं।
जिनके पास अवैध हथियार हैं जो उक्त गाड़ी का नंबर एमपी 09 सीक्यू 0681 है और उक्त वाहन एमआर-10 से होते हुए एमआर-4 तरफ आने की संभावना है यदि एमआर-4 रोड पर घेराबंदी कर नहीं पकड़ा गया तो कोई गंभीर अपराध घटित कर सकते हैं। उक्त सूचना के अलावा मुखबीर के द्वारा यह भी आशंका जताई कि उक्त बाहरी गैंग हैं। मुखबीर की सूचना को विश्वसनीय मानकर क्राईम ब्रांच टीम व थाना परदेशीपुरा द्वारा संयुक्त कार्यवाही करते हुये, एमआर-4 रोड घटना स्थल भंडारी मिल ब्रिज के नीचे मुखबीर के बताये एक्सयूवी सफेद वाहन को घेराबंदी कर रोका गया व कुल तीन व्यक्तियों को पकड़ा गया व सख्ती से पूछने पर अपना नाम बताया-
आरोपीयों के नामः-
1. बजरंग उर्फ सावन पिता राजप्रताप सिंह सोमवंषी उम्र 29 साल नि. ग्राम रेड़ी थाना जेठवारा जिला प्रतापगढ़ उत्तर प्रदेश हालमु. सिविल लाईन्स फ्लेट नं. 103 फर्स्ट फ्लोर अल्लापुर प्रयागराज उ.प्र. , ड्रायवर के बगल में बैठा
2. मेहताब हसन पिता मेहफूज हसन उम्र 32 साल नि. ग्राम महुआर पोस्ट कादिपुर थाना कोतवाली प्रतापगढ़ उ.प्र
3. ड्रायवर- मनीष कुमार पिता स्व. घनष्याम प्रसाद चौबे उम्र 43 साल नि. 322 जयसिंहनगर, सागर बताया।
आरोपीयों की तलाशी लेने पर आरोपियों के कब्जे से 03 देसी पिस्टल व 06 जिन्दा कारतूस एवं चिमटानुमा, तारनुमा उपकरण व पेचकस एवं घटना में प्रयुक्त 06 एटीएम कार्ड व नगद 49,800/- आदि बरामद किये गये। आरोपीयों के विरूद्ध थाना परदेषीपुरा मे अपराध क्रमांक 702/21 धारा 25,27 आर्म्स एक्ट का अपराध पंजीबद्ध किया गया। प्रकरण व एटीएम कार्ड के संबंध मे पुछताछ करने पर आरोपियों द्वारा बतायाः-
आरोपियों द्वारा इंदौर शहर में विभिन्न थाना क्षेत्र थाना लसूड़िया, थाना हीरानगर, थाना रावजी बाजार, थाना छोटी ग्वालटोली, थाना चंदनगर, थाना एमजी रोड, थाना परदेषीपुरा में एटीएम मशीनों में चोरी की घटना को अंजाम दिया था जिनमें कुल 07 स्थानों मे ंदिनांक 08/09/2021 चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। इसके अलावा देष के विभिन्न राज्यो व म.प्र. के कई शहरो मे 03 दर्जन से अधीक घटानायों चोरी करना आरोपियों द्वारा कबूली है।
तरीका वारदातः-
आरोपीगणो द्वारा किराये की विभिन्न तेजगती वाले लक्जरी कारो का उपयोग किया जाकर अपने मुल स्थान को छोडकर देष के विभिन्न राज्यो व बडे शहरो मे बैंको की एटीएम मशीन की रैकी की जाती थी जिसमे विशेषकर एसबीआई बैंक के एटीएम की रैंकी कि जाकर दिन व रात्री के समय बैंक के गार्ड की अनुपस्थिति व सुनसान समय मे बैंको के एटीएम को निशाना बनाया जाता था। जिसमे आरोपीयों की गैंग की संख्या तीन से पांच होकर, एक चार पहिया वाहन का उपयोग कर वारदात को अंजाम दिया जाता था। ड्रायवर द्वारा घटना करने वाले स्थान पर गैंग के अन्य सदस्यों को एक-एक कर घटना का अंजाम देने के लिये छोड दिया जाता था।
एटीएम पर छोडे गये सदस्यों के द्वारा एटीएम डेबिट कार्ड का उपयोग कर पहले राषी आहरण कि जाती है । इसी दौरान राशि आहरित के समय चिमटानुमा, तारनुमा व पेचकस फसाकर एटीएम मे तकनिकी खराबी की जाती है व एटीएम मशीन का मुह खुला रहता है व उसके द्वारा पुनः एटीएम कार्ड का उपयोग कर राशि आहरित करता है जो उक्त आहरित होने वाली राशि पूर्व मे लगाये चिमटे मे फसाकर बाहर निकाली जाती है चुंकि ट्रांजेक्शन की प्रोसेस पूर्ण न होने से ट्रांजेक्शन फेल होकर रिवर्सल होता है परन्तु राशि की निकासी हो जाता है।
गैंग का विवरण :-
उक्त गैंग मूल रूप से प्रतापगढ़ उ.प्र. की रहने वाली है वर्तमान संदिग्ध गैंग का मुखिया बजरंग उर्फ सावन है। जोकि करीब 2 वर्ष पूर्व एटीएम चोरी से संबंधित मामले में सागर जेल में बंद था जहां पर उक्त मनीष चौबे गाड़ी के ड्रायवर से मुलाकात हुई थी और जेल से छूटने के बाद ड्रायवर से संपर्क किया व वर्तमान में चोरी की घटनाओं को अंजाम देने के लिये गाड़ी बुलवाई थी इसके बाद अपने अन्य साथियों बजरंग व अन्य को साथ लेकर उक्त घटनाओं को अंजाम दिया था। जिनके संबंध में विस्तृत पूछताछ जारी है। अन्य घटनाओं का खुलासा होने की संभावना है।