इंदौर: शहर में सुभाष चंद्र बोस की 125वी जयंती पर कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किये गए थे जिनमे से कही पर भव्य रंगोली बनाई गई तो कही पर रक्तदान किया गया है। इंदौर में बड़ा गणपति पर स्थित स्वतंत्रता सेनानी एवं उत्तराधिकारी संयुक्त संगठन द्वारा नेताजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। साथ ही इस कार्यक्रम के बाद स्वतंत्रता संग्राम में महती भूमिका निभाने वाले देशभक्तों के स्वजन का सम्मान किया गया। इस कार्यक्रम के बारे में राकेश देवदत्त शास्त्री और सुधीर सेठिया ने बताया की इस कार्यक्रम में काफी बड़ी संख्या में देशभक्त मौजूद थे। इस दिन बोस की जयंती पर शहर में साधु वासवानी नगर में देशभक्तों ने पराक्रम रंगोली बनाकर नेताजी को याद किया।बता दे कि इस रंगोली के निर्माण में लगभग 15 घंटे का समय लगा था।
शहर में नेताजी की जयंती पर रंगोली तो बनायीं गयी थी वही रीगल चौराहा पर बड़ी संख्या में देशभक्त एकत्र हुए और नेताजी के बलिदान का जिक्र किया। साथ इस 125वी जयंती पर रक्तदान का शिविर भी आयोजित किया गया था। नेता जी की जयंती के कार्यक्रमों में सांसद शंकर लालवानी ने भी मौजूद थे और रक्तदान भी किया।
सुभाषचंद्र बोस की जयंती के अवसर पर कई वक्ता भी मौजूद थे और उन्होंने अपने भाषण में कहा कि “एक स्वतंत्रता सेनानी के बारे में सोचें, जो एक वीर सैनिक, एक वीर योध्दा, एक महान सेनापति, कुशल राजनीतिज्ञ भी था तो सबसे पहले हमारे सामने नेताजी बोस का चेहरा ही आता है। उनके व्यक्तित्व के बारे में जितना कुछ भी कहा जाए, वो कम है। साथ ही उन्होंने कहां कि ‘नेताजी ने भारत को अंग्रेजों की गुलामी से आजाद कराने के लिए कुछ नहीं किया। आजाद हिंद फौज के गठन से लेकर हर भारतीय को आजादी का महत्व बताने तक हर एक काम नेताजी ने किया। ऐसे व्यक्तित्व की जयंती पराक्रम दिवस के रूप में मनाना हमारे लिए गर्व की बात है।’