इंदौर। भारतीय प्रोद्यौगिकी संस्थान (आइआइटी) इंदौर में बीते मंगलवार को 72वां गणतंत्र दिवस मनाया गया। इस मौके पर IIT के निदेशक प्रोफेसर नीलेश कुमार जैन ने ध्वजारोहण किया। जिसके बाद उन्होंने कहा कि, संस्थान विकासशील पेटेंट, ऊष्मायन और स्टार्टअप गुणवत्ता प्रकाशन पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। हमारा प्रयास होना चाहिए कि हम अपने भविष्य के लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करें।
वही वैश्विक महामारी कोरोना वायरस को देखते हुए ऑनलाइन कार्यक्रम आयोजित हुआ। जिसमे जैन ने कहा कि हमने पिछले साल अकादमिक अखंडता और मानकों का उल्लंघन किए बिना बहुत अच्छा काम किया है और यह सामूहिक कड़ी मेहनत, धैर्य और दृढ़ता के कारण संभव हुआ है। हमने इस कठिन समय के दौरान न केवल खुद की देखभाल की बल्कि शहर और देश को हरसंभव सहायता भी प्रदान की। हमारी सारी उपलब्धियां अब एक इतिहास हैं। मैं सभी से आग्रह करता हूं कि वे अपने काम और संस्थान के लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करें।
नीलेश जैन ने कहा कि पिछले एक साल में संस्थान ने शैक्षणिक, अनुसंधान और इमारतों के मामले में बहुत कुछ हासिल किया है। संस्थान ने एनआइआरएफ रैंकिंग में देश के शीर्ष 10 इंजीनियरिंग संस्थानों में से एक स्थान बनाया है। प्रोफेसर और कई विद्यार्थियों को ऑनलाइन कार्यक्रम में शामिल किया।
साथ ही कार्यक्रम में बताया गया कि नेशनल मिशन ऑन इंटरडिसिप्लिनरी साइबर फिजिकल सिस्टम्स एनएम (एनएमआइसीपीएससी) के तहत् सिस्टम सिमुलेशन, मॉडलिंग और विजुअलाइजेशन के वर्टिकल में टेक्नोलॉजी इनोवेशन हब स्थापित करने के लिए संस्थान को डीएसटी द्वारा 100 करोड़ रुपये मंजूर किए गए है। कुल 356 परियोजनाओं में से 36 परियोजनाएं और 3943 शोध पत्रों में से 396 शोध पत्र 2020 में प्रकाशित किए गए। वबता दे कि, आइआइटी इंदौर के प्रोफेसर डॉ. गौरीनाथ बांदा को पिछले साल ‘सिस्टम एंड मेथड फॉर इलेक्ट्रिकल एनर्जी कंजर्वेशन” शीर्षक के लिए एक पेटेंट दिया गया था ।
कार्यक्रम में यह भी बताया गया कि संस्थान द्वारा 25 नए स्टार्टअप को सशक्त बनाया गया है। इसमें से 12 स्टार्टअप को एमएसएमई द्वारा फंडिंग की जाएगी। फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के साथ महिला उद्यमिता के लिए समझौता किया गया। पिछले एक साल में संस्थान में कई नई सुविधाएं भी शामिल हुई हैं। इसमें वैश्विक क्षेत्र में संस्थान के उदय को बढ़ाया है। दो नए छात्रावास, विंध्याचल गेस्ट हाउस, विक्रमशिला सेमिनार हॉल कॉम्प्लेक्स, केंद्रीय विद्यालय, नर्सरी स्कूल और क्रेच सुविधाओं, लाइब्रेरी, कंप्यूटर और सूचना प्रौद्योगिकी केंद्र, अभिनंदन प्रशासनिक भवन, तक्षशिला लेक्चर हॉल कॉम्प्लेक्स, केंद्रीय कार्यशाला, आइआइटी इंदौर के 501 एकड़ परिसर में विश्व स्तर की सुविधाएं प्रदान करती हैं। जल्द ही कई और इमारतें बनाई जाएंगी। इसमें संकाय सदस्यों के लिए आवास की सुविधा भी शामिल है।
बता दे कि, यह पूरा कार्यक्रम संस्थान की वेबसाइट पर लाइव प्रसारण किया गया था। इस आयोजन के दौरान स्वास्थ्य केंद्र में पार्किंग सुविधा की शुरुआत भी की गई। आइआइटी इंदौर के शासी निकाय के अध्यक्ष प्रोफेसर दीपक बी. फाटक ने भी कार्यक्रम में ऑनलाइन शामिल रहे।