इंदौर। इंदौर के कंडिलपुरा क्षेत्र में रहने वाली दिव्यांग महिला राधाबाई को अब अपने आगे के जीवन को चलाने के लिये एक नई रफ्तार मिलने वाली है। राधाबाई को रोजगार और उसके परिवार के भरण-पोषण के लिये कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने जनसुनवाई में रेट्रोफिटिंग स्कूटी उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। यह वाहन मिलने से राधाबाई अब अपना छोटा व्यवसाय प्रारंभ कर परिवार का बेहतर रूप से भरण-पोषण करेगी। इसी तरह जनसुनवाई में पहुंचे अन्य आवेदकों को भी कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने उनकी जरूरत के मुताबिक मदद उपलब्ध कराई।
प्रति मंगलवार के तरह इस मंगलवार भी कलेक्टर कार्यालय में जनसुनवाई हुई। इस जनसुनवाई में कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने आवेदकों की समस्याओं को गंभीरता से सुना। उनका आवेदकों की संतुष्टि के साथ निराकरण किया। जनसुनवाई में आज अनेक जरूरतमंदों को रोजगार, आवास, शिक्षा और इलाज के लिये मदद दी गई। कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी के समक्ष आज कंडिलपुरा में रहने वाली राधाबाई पति घनश्याम पहुंची। उसने बताया कि में दिव्यांग हुँ। अपने परिवार के भरण-पोषण के लिये रोजगार करना चाहती हॅूं।
कलेक्टर ने इस महिला की समस्या को गंभीरता से सुना और सामाजिक न्याय विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि इस महिला को तत्काल रेट्रोफिटिंग स्कूटी उपलब्ध करायें, जिससे की वह अपना छोटा व्यवसाय प्रारंभ करें और जीवन को नए सिरे से प्रारंभ करें। इसी तरह जनसुनवाई में आज अनेक आवेदकों को भी उनकी जरूरत के मुताबिक रेडक्रॉस से आर्थिक सहायता दी गई। इनमें दिपिका चौहान को जो की एक बेसहारा विधवा महिला है उसे पांच हजार रूपये की तत्कालिक आर्थिक सहायता स्वीकृत की गई। साथ ही इसे विधवा पेंशन स्वीकृत करने और बीपीएल राशन कार्ड बनाने के निर्देश भी दिये गये। इसी प्रकार रिषि पैलेस में रहने वाले विजय कोवे को दो हजार रूपये की मदद दी गई।
एक और आवेदक मुसाखेड़ी में रहने वाली जया कुमारी ने बताया कि मेरे तीन छोटे बच्चे हैं। किराये के मकान में रहती हॅूं, पति कहीं छोड़कर चले गये हैं। मकान का किराया भरना है, उसकी तत्कालिक जरूरत की पूर्ति के लिये पांच हजार रूपये की मदद दी गई। बालकृष्ण शर्मा जो की परिहार कॉलोनी में रहते हैं, उन्होंने बताया कि मैं आयुष्मान कार्ड नहीं बनवा पाया हॅूं। मेरे पुत्र का इलाज कराया जाना है। कलेक्टर ने तत्काल तीन हजार रूपये की मदद स्वीकृत की। जनसुनवाई में आज अपर कलेक्टर अजयदेव शर्मा, राजेश राठौर, सपना लोवंशी सहित अन्य विभागीय अधिकारियों ने भी आवेदकों की समस्याएं सुनकर उनका निराकरण किया।