इंदौर: इंदौर बस संचालको ने किराये को बढ़ाने को लेकर आवाज उठायी है। जिसके चलते बस संचालको ने इस बार सीधे प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है और किराये को बढ़ाने हेतु इस पत्र में अपनी मांग रखी है। किराये को बढ़ाने को लेकर बस संचालको का कहना है कि सभी बस संचालक किराये को बढ़ाने की मांग लगभग 33 माह से कर रहे है, लेकिन अभी तक उनकी इस मांग पर किसी का कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिससे संचालको को बस चलने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
किराये को बढ़ाने हेतु इस मांग में प्राइम रूट बस आनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष गोविंद शर्मा कहना है कि “हम लंबे समय से किराया बढ़ाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन हमारी बात नहीं मानी जा रही हैं। अब तो ट्रेन का किराया भी बढ़ गया है। मध्यप्रदेश शासन में तो सरकार द्बारा गठित किराया बोर्ड समिति ने 18 सितंबर 2020 को किराया बढ़ाने के प्रस्ताव पर निर्णय ले लिया था। उसके बाद भी प्रदेश का परिवहन विभाग प्रशासन सुध नहीं ले रहा है” साथ ही उनका कहना है कि आये दिन पेट्रोल और डीज़ल के साथ अन्य संसाधनों के दाम बढ़ते जा रहे है जिसस बसों का संचालन व्यय बढ़ गया है, और ऐसी परिस्थितियों में बस का संचालन करना आर्थिक रूप से काफी मुश्किल होता जा रहा है।
एसोसिएशन के अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र के बारे में जानकरी दी है कि “हमने पत्र में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से कहा है कि हम सभी संगठन के मोटर मालिक आपसे उम्मीद कर रहे हैं, कि आप लंबे समय से नहीं बढ़ाए गए किराए में संशोधन कर किराया बोर्ड के निर्णयानुसार 60% किराया बढ़ाने की घोषणा कर आदेश जारी कर दे। क्योंकि कोरोना संक्रमण के दौरान लॉकडाउन के दौरान बसों का संचालन पूरी तरह से बंद था। इसके बाद प्रशासन ने गाइडलाइन के साथ बसों के संचालन की अनुमति दी थी, लेकिन यात्रियों के अभाव में बस संचालकों को बहुत नुकसान हुआ था। अभी भी यात्रियों की संख्या इतनी नहीं है कि बसों का नियमित संचालन किया जा सके।