इंदौर। मप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी की आईटी शाखा ने काल सेंटर के शिकायत निवारण कार्य में और तेजी लाने के लिए विशेष रूप से एप बनाया है। काल सेंटर 1912 पर दर्ज होने वाली शिकायतों का निवारण अब काल सेंटर, बिजली अधिकारियों, लाइन स्टाफ के मध्य अब एप के माध्यम से हो रहा है, इससे समाधान के वक्त में कमी आई है। साथ ही टेलीफोन लाइनों के व्यस्त रहने से भी मुक्ति मिली है।
मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के मुख्य महाप्रबंधक संतोष टैगोर ने बताया कि प्रबंध निदेशक श्री अमित तोमर के निर्देश पर काल सेंटर एवं उपभोक्ता सेवाओं को आईटी से जोड़कर अत्याधुनिक किया गया है। 1912 काल सेंटर पर आईवीआर व फोन के साथ ही जोन के सीसीआर के माध्यम से दर्ज शिकायतों का समाधान तेजी से हो रहा है। दर्ज शिकायतों के समाधान के लिए एप बनाया गया है। इस एप से काल सेंटर के कर्मचारी, इंजीनियर के साथ ही लाइन स्टाफ को जोड़ा गया है। टैगोर ने बताया कि दर्ज शिकायतें एप पर तुरंत दिखाई देती है, इसके बाद निराकरण के लिए अधिकतम प्रयास प्रारंभ हो जाते है।
आंतरिक रूप से एक कर्मचारी को दूसरे कर्मचारी या अधिकारी को काल नही लगाना पड़ते है। इस प्रक्रिया से न केवल आंतरिक रूप से काल लगाने का समय बच रहा है, बल्कि शिकायतों निराकरण के समय में भी कमी आ रही है। मुख्य महाप्रबंधक ने बताया कि एप पर निराकरण प्रक्रिया की सघन समीक्षा भी मुख्यालय स्तर पर हो रही है, सभी 15 जिलों के कर्मचारी, अधिकारी इससे जुड़कर समाधान का समय कम करने में लगे हुए है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में कंपनी स्तर पर आपूर्ति से संबंधित लगभग तीन हजार शिकायतें दैनिक दर्ज हो रही है, जबकि सभी श्रेणी के कुल उपभोक्ताओं की संख्या 55 लाख है।
प्रभारियों द्वारा प्रतिघंटे समीक्षा
मुख्य महाप्रबंधक टैगोर ने बताया कि काल सेंटर के प्रभारी श्री सीए ठकार के साथ ही आईटी मैनेजर विभोर पाटीदार, शारदा शैलू, जागृति जैन आदि 1912 पर दर्ज होने वाली शिकायतों के समाधान की प्रतिघंटे समीक्षा करते है।