Indore Garba 2024: नवरात्रि के पहले गरबा आयोजनों की तैयारियों में तेजी आई है, और इस बीच मध्य प्रदेश के इंदौर में भाजपा जिलाध्यक्ष चिंटू वर्मा का बयान चर्चा का विषय बन गया है। उन्होंने सुझाव दिया है कि गरबा पंडाल में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति के माथे पर तिलक लगाया जाए और गोमूत्र प्रसाद के रूप में दिया जाए।
माता की आराधना का पर्व
चिंटू वर्मा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि गरबा माता की आराधना का पर्व है, जिसमें अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी होनी चाहिए। उनका मानना है कि माता की पूजा हमारे परिवार की महिलाएं करती हैं, और इसलिए गोमूत्र, जो गो माता का प्रतीक है, उसे प्रसाद के रूप में वितरित किया जाना चाहिए।
सुरक्षा और पहचान पत्र की अनिवार्यता
इस बीच, अलीराजपुर में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने पुलिस अधीक्षक राजेश व्यास को एक ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में मांग की गई है कि गरबा पंडाल में प्रवेश के लिए पहचान पत्र अनिवार्य किया जाए और गैर-हिंदू समुदाय के लोगों का प्रवेश सख्ती से प्रतिबंधित किया जाए।
सुरक्षा प्रबंध और अन्य नियम
ज्ञापन में यह भी अनुरोध किया गया है कि गरबा पंडाल में सुरक्षा के लिए पर्याप्त प्रबंध किए जाएं। इसके अतिरिक्त, अमर्यादित बोल वाले गीतों पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने, पंडाल और उसकी पहुंच मार्ग पर सीसीटीवी कैमरे लगाने, और विवादित कलाकारों या गैर-हिंदू अतिथियों को कार्यक्रम में आमंत्रित न करने की मांग की गई है।
अंत में, गरबा स्थल पर प्रतिदिन कन्या पूजन की परंपरा को बनाए रखने और पंडाल में गैर-सामाजिक तत्वों द्वारा वीडियोग्राफी पर सख्ती से रोक लगाने की भी बात की गई है।
इन सभी प्रस्तावों का उद्देश्य गरबा आयोजनों को सुरक्षित और धार्मिक परंपराओं के अनुरूप बनाना है, लेकिन इस पर विभिन्न विचारधाराओं के बीच विवाद भी उठ सकता है।