इन्दौर : आयुक्त प्रतिभा पाल द्वारा स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 के क्रम में प्लास्टिक वेस्ट निपटान हेतु आज पाॅल्युशन कन्ट्रोल बोर्ड पीसीबी के पदाधिकारियो के साथ सीटी बस आफिस में बैठक ली गई। बैठक में एमपी पाॅल्युशन बोर्ड के डाॅ. वघेला, अपर आयुक्त संदीप सोनी, कंसल्टेंट अरशद वारसी, स्वच्छ भारत मिशन के अमित दुबे, व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
पाल ने बताया कि प्लास्टिक वेस्ट मेनेजमेंट के तहत एक्सटेंड प्रोडुसर रिस्पाॅसबीलिटी ईपीआर का प्रावधान है उक्त ईपीआर के प्रावधान को लागू करने के लिये मध्य प्रदेश प्रदूषण बोर्ड ने 7 पीआरओ को रजिस्टर्ड किया गया रजिस्टर्ड किये गये पीआरओ एवं प्लास्टिक जनरेट करने वाली कंपनी के प्रतिनिधियो के साथ बैठक ली गई। बैठक में जितने भी पैकेजिंग करने वाली कंपनियां है वह पैकेजिंग कर अपने ब्राण्ड को विक्रय करते है जिससे प्लास्टिक वेस्ट जनरेट होता है, मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण के अंतर्गत संस्थान का दायित्व होता है कि प्लास्टिक के पैकेजिंग जो वेस्ट निकलता है, उसका डिस्पोजल करे या प्लास्टिक के वेस्ट को स्वंय वापस ले, अथवा जिनके द्वारा प्लास्टिक वेस्ट का डिस्पोजल किया जाता है, उनसे समन्वय कर उसका डिस्पोजल करे। इसके लिये आज मध्य प्रदेश प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड द्वारा 7 पीआरओ को रजिस्टर्ड किया गया है, यह पीआरओ संबंधित पैकेजिंग संस्थान या कंपनी तथा नगर निगम के मध्य प्लास्टिक के निपटान के संबंध में समन्वय करेगे, इकसे लिये स्कोप ऑफ प्रोजेक्ट एसओपी भी बनाई जावेगी, जिनमें रजिस्टर्ड पीआरओ से सुझाव भी लिये जावेगे, साथ ही पैकेजिंग संस्थानो के प्लास्टिक के निपटान कर रिसायकलिंग किया जाता है, उससे जो निगम पर वित्तीय भार आता है उसके लिये पैकेजिंग कंपनियां निगम को आर्थिक रूप से सहयोग करे, इसके लिये जो निगम व संस्थानो के बीच समन्वय के साथ अनुबंध भी रजिस्टर्ड पीआरओ करेगे।