नई दिल्ली। भारत-चीन के बीच तनाव अभी भी जारी है। जिसके चलते चीनी सेना लद्दाख लद्दाख के कुछ क्षेत्रों से पीछे हटने से इंकार कर रही है। वही चीन को जवाब देने के लिए उसे सैन्य क्षेत्र के साथ-साथ आर्थिक स्तर पर भी चोट पहुंचाने का काम कर रही है। वही जहां एक ओर चीन लगातार उकसावे की कार्रवाई कर रही है, वही दूसरी ओर भारत भी उसे मुहतोड़ जवाब देने की पूरी तयारी में है। इसके पहले भारत ने 56 चीनी एप बैन करके चीन को आर्थिक स्तर पर झटका देने के बाद अब भारत चीन को एक और आर्थिक स्तर पर झटका दे सकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की केंद्र सरकार से आयात होने वाले खिलौनों पर निशाना साध रही है। रिपोर्ट के अनुसार देश में आयातित होने वाले खिलौनों में से 80 फीसदी खिलौने चीन से आते हैं। वही आंकड़ों की माने तो भारत में चीनी खिलौनों का करीब 2000 करोड़ रुपये का कारोबार होता है। सूत्रों के मुताबिक भारत में चीन ख़राब गुणवत्ता के खिलौने भेजता है। जो क्वालिटी में भी फेल होते है। हाल ही में जब चीनी खिलौनों को बारीकी से जांचा गया तो चला कि चीनी खिलौने भारतीय मापदंड में पूरी तरफ फेल हैं और वे बच्चों के लिए असुरक्षित साबित हुए हैं।
इन सब बातों को मत्तेनजर रखते हुए मोदी सरकार ने ‘लोकल पर वोकल’ अभियान के तहत भारत में खिलौनों के मिर्माण पर जोर डाला गया है। वही शनिवार को हुई बैठक में खिलौनों को लेकर भी चर्चाएं की।