MP Weather: आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अभी प्रदेश में तेज धूप और जला देने वाली गर्मी के दौरान एक बार फिर से हुई झमाझम बरसात ने लोगों को काफी ज्यादा रिलीफ पहुंचाई है। जहां एक ओर वर्षा और तेज हवाओं के कारण कई जिलों के टेंपरेचर में भी काफी ज्यादा मंडी देखने को मिल रही हैं। राजधानी भोपाल में भी लगभग 40 किमी की गति से हवा चलने के साथ-साथ एक बार फिर बौछार का सिलसिला देखने को मिला, जिससे टेंपरेचर में कमी के साथ रात में थोड़ी शीतलता का अनुभव किया गया। इसी के साथ आसपास के जिलों में भी मामूली और भारी फुहारों का सिलसिला देखने को मिला।
राजधानी भोपाल से लगे रायसेन जिले में सबसे अधिक 14 मिमी बरसात रिकॉर्ड की गई है। इसके आलावा नर्मदापुरम, सागर, गुना, भिंड. मुरैना, सिवनी, नौगांव और दतिया में भी कई स्थानों बारिश हुई है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के लिए मौसम के ऐसे ही बने रहने का अंदेशा बताया है। साथ ही कई जगहों पर तेज हवाओं के चलने के भी आसार जताए गए हैं। इसके अतिरिक्त कुछ क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ साधारण वर्षा का सिलसिला देखने को मिल सकता है।
Also Read – इन राशियों पर बरसेगी मां लक्ष्मी की विशेष कृपा, होगी धन-ऐश्वर्य की प्राप्ति, भाग्य का मिलेगा पूरा साथ
इन जिलों के लिए बारिश का अलर्ट
वहीं मौसम विभाग के मुताबिक बुधवार-गुरुवार की रात नर्मदापुरम, इंदौर, सागर और ग्वालियर संभाग में कई स्थानों पर गरज-चमक के साथ मामूली वर्षा का सिलसिला देखने को मिल सकता है। वहीं तेज हवाओं के चलते कई जिलों के टेंपरेचर में गिरावट आने के भी आसार व्यक्त किए गए है। मौसम विभाग ने इंदौर, ग्वालियर, शिवपुरी, सागर, छिंदवाड़ा, दमोह, गुना, धार, श्योपुर, शिवपुरी, खरगोन, सिवनी, नरसिंहपुर, जबलपुर, मंडला और डिंडौरी जिले में बारिश का पूर्वानुमान जताया गया है।
तेज हवाओं के चलते पारा गिरा
इसी के बीच प्रदेश के कई जगहों में तेज हवाओं के चलते पारा गिरने से टेंपरेचर में दो से तीन डिग्री तक कमी रिकॉर्ड की गई है। वहीं दिन का सर्वाधिक टेंपरेचर स्थिर बने रहने से मौसम में सूखा छाया रहेगा। हालांकि दिनभर राजधानी भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और उज्जैल संभाग में सर्वाधिक टेंपरेचर साधारण से ज्यादा बना रहा, जो कि शाम होते-होते तेज हवा और बरसात के चलते कम हो गया।
मध्य प्रदेश में मानसून की तारीख
मौसम विभाग ने प्रदेश में मानसून की दिनांक जताते हुए कहा है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून इस बार तीन दिन की देरी के साथ 19 जून को प्रदेश में प्रवेश कर सकता है। हालांकि इसके चार-पांच दिन आगे पीछे होने की भी आशंका जताई गई है। वहीं बारिश इस बार भी पिछले साल की तरह अच्छी होने की आशंका जताई जा रही है।