मध्य प्रदेश में मानसून एक बार फिर सक्रिय हो गया है और 35 जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। इनमें से 7 जिलों में बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।
प्रदेश में मौसम का मिजाज
मौसम विभाग ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में एक डिप्रेशन बन गया था, जो अब डीप डिप्रेशन में बदल चुका है। यह मानसून सिस्टम ओडिशा से छत्तीसगढ़ के उत्तरी हिस्से की ओर बढ़ रहा है। इसके साथ ही, ट्रफ लाइन मध्य प्रदेश और राजस्थान के कई हिस्सों से होकर गुजर रही है, जिसके कारण प्रदेश के पूर्वी हिस्से में फिर से भारी बारिश शुरू हो गई है।
इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार, मध्य प्रदेश के अनूपपुर, सतना, डिंडोरी, पन्ना, मंडला, कटनी, और उमरिया जिलों में बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा, बड़वानी, श्योपुर, अलीराजपुर, शिवपुरी, झाबुआ, गुना, सीधी, अशोकनगर, शहडोल, विदिशा, मैहर, सीहोर, मऊगंज, रायसेन, रीवा, नर्मदापुरम, छतरपुर, बैतूल, निवाड़ी, पांढुर्ना, टीकमगढ़, छिंदवाड़ा, सागर, सिवनी, दमोह, बालाघाट, जबलपुर, और नरसिंहपुर जिलों में भी भारी बारिश हो सकती है। इन जिलों के लिए मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है और लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। विभाग ने कहा है कि लोगों को केवल अत्यावश्यक स्थितियों में ही घर से बाहर निकलना चाहिए।
गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना
खंडवा जिले में 10 सितंबर से अगले चार दिनों तक बारिश की संभावना बनी हुई है। मौसम वैज्ञानिक डॉ. सौरव गुप्ता ने बताया कि अरब सागर और बंगाल की खाड़ी के बीच सक्रिय ट्रफ लाइन की नमी मध्य प्रदेश में देखी जा रही है, जिसके कारण कुछ क्षेत्रों में हल्की और कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश हो सकती है। आज हवा की गति 19 किमी प्रति घंटा रहने का अनुमान है।
इंदौर में इस सीजन में अब तक 810 मिमी बारिश हो चुकी है, जो औसत बारिश के कोटे को पूरा करता है। पिछले साल इसी समय तक केवल 552 मिमी बारिश हुई थी, जबकि इस साल अब तक 258.6 मिमी अधिक बारिश हो चुकी है।