मध्य प्रदेश के मौसम में एक बार फिर परिवर्तन आने वाला है। अगले 48 घंटे में एक नया मौसम प्रणाली सक्रिय होने जा रही है, जिससे प्रदेश में एक बार फिर बारिश का दौर शुरू होने की संभावना है। इस बारिश के बाद मानसून की विदाई की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
प्रदेश में मौसम का मिजाज
अब तक हुई बारिश के चलते मध्य प्रदेश के 38 जिलों का कोटा पूरा हो चुका है, जहां वर्षा 100% से लेकर 198% तक रिकॉर्ड की गई है। सबसे अधिक बारिश श्योपुर में हुई है, जबकि सबसे कम बारिश रीवा में देखी गई है। विशेष रूप से 23 सितंबर से मानसून के फिर से सक्रिय होने से कई जिलों में भारी बारिश हो सकती है। इस दौरान हवाओं की गति 50 किलोमीटर प्रतिघंटा तक पहुंचने की संभावना है। पूर्वी मध्य प्रदेश में, खासकर रीवा और शहडोल में बारिश की अच्छी संभावना जताई गई है।
इन जिलों में बारिश की संभावना
मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटों में ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, निवाड़ी, टीकमगढ़, अशोकनगर, गुना, राजगढ़, आगर-मालवा, उज्जैन, रतलाम, मंदसौर, नीमच, झाबुआ, अलीराजपुर, पन्ना, सतना, रीवा और मऊगंज में मौसम साफ रहेगा। वहीं, रविवार को जबलपुर, नर्मदापुरम, भोपाल और इंदौर संभाग में कुछ स्थानों पर बौछारें पड़ सकती हैं।
23 सितंबर से बारिश की गतिविधियों में तेजी आने की उम्मीद है। भोपाल, इंदौर, देवास, जबलपुर, उज्जैन सहित अन्य जिलों में तेज हवाएं और हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान है।
इन जिलों में हल्की बारिश की संभावना
वर्तमान में मानसून द्रोणिका बीकानेर, गुना, मंडला, राजनांदगांव, गोपालपुर से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है। बंगाल की खाड़ी में कुछ स्थानों पर हवा के ऊपरी स्तर पर दो चक्रवात बने हुए हैं। इसके अलावा उत्तरी राजस्थान पर भी एक चक्रवात सक्रिय है। इन दोनों चक्रवातों के आपस में जुड़ने से 23 सितंबर को एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है, जिसके प्रभाव से मध्य प्रदेश में फिर से बारिश की गतिविधियों की शुरुआत हो सकती है। इस प्रकार, मध्य प्रदेश में मौसम में बदलाव की उम्मीद जताई जा रही है, जिससे अगले कुछ दिनों में बारिश का एक नया दौर देखने को मिल सकता है। सभी लोगों को मौसम की गतिविधियों के प्रति सचेत रहने की सलाह दी गई है।