मध्यप्रदेश में स्टूडेंट के साथ 12वीं के बाद से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के नाम पर भयंकर लूट मची है, इस ट्रेंड के चलते छात्रों के साथ अन्याय हो रहा है विजेंद्र सिंह सरदार वल्लभभाई कोचिंग क्लासेस

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इंदौर. आज के दौर में हर कोई पैसे के लिए कार्य करता है वही शिक्षा के क्षेत्र में भी शिक्षा के माध्यम से पैसा कमाना गलत नहीं है लेकिन इसे पूरा कमर्शियल बनाकर और छात्रों के साथ अन्याय कर पैसा कमाना बहुत ज्यादा गलत है। आजकल क्लासेस द्वारा 12वीं के बाद ही कंपीटीटीव एग्जाम की तैयारी करवाने के नाम पर भारी भरकम फीस वसूली की जाती है। जब तक बच्चे चीजों को समझने के लिए मेच्योर होते हैं तब तक उनकी क्लासेस खत्म हो चुकी होती है। हमारा ऐसा मानना है कि कम से कम सेकंड ईयर तक तो बच्चे की कोचिंग क्लासेस नहीं होनी चाहिए इस वजह से उनका ओवर ऑल विकास जो होना चाहिए वह कहीं ना कहीं बाधित होता है अगर बात मध्यप्रदेश की की जाए तो यहां 12वीं के बाद कोचिंग के नाम पर पैसा कमाने का सबसे बड़ा बिजनेस हो गया है। यह बात सरदार वल्लभभाई पटेल अकैडमी की शुरुआत करने वाले विजेंद्र सिंह जी द्वारा कहीं गई। उनके द्वारा संचालित की जाने सरदार वल्लभ भाई पटेल कोचिंग क्लासेस और मीमांसा कोचिंग क्लासेस में टॉप रिजल्ट दिए हैं साथ ही कई स्टूडेंट को बेहतर मुकाम पर पहुंचाया।

सवाल. आपने इंदौर में कोचिंग क्लासेस की शुरुआत कैसे की

जवाब. मैं उत्तर प्रदेश का रहने वाला हूं मैं कई एग्जाम के मैंस क्रैक कर इंटरव्यू लेवल तक गया हूं मुझे शुरु से ही शिक्षा के क्षेत्र में रुचि थी इसलिए 2013 में मीमांसा अकैडमी और 2018 में भवर कुआं पर सरदार वल्लभभाई एकेडमी की शुरुआत की। पहले मीमांसा एकेडमी के नाम से क्लासेस चलाई जा रही थी जिसे अब बंद कर पूरा फोकस सरदार वल्लभभाई पटेल कोचिंग क्लासेस पर रखा गया है। कोचिंग क्लासेस ने शुरू से ही शहर में टॉप रिजल्ट दिए हैं जिसमें पहले संचालित की जाने वाली मीमांसा अकैडमी के भी कई स्टूडेंट को सिलेक्शन मिला हैं।

सवाल. आपके यहां सिविल सर्विसेज में किस-किस क्षेत्र में शिक्षा दी जाती है

जवाब सरदार वल्लभ भाई पटेल कोचिंग क्लासेस में सिर्फ यूपीएससी और एमपीपीएससी पर ही फोकस किया जाता है और इसी पर क्वालिटी ऑफ एजुकेशन स्टूडेंट को प्रदान किया जाता है। हमारे यहां पर फाउंडेशन बैच और अन्य बेच संचालित किए जाते हैं जिसमें स्टूडेंट एडमिशन लेकर बेहतर शिक्षा हासिल करते हैं।

सवाल. बेहतर शिक्षा के लिए किस प्रकार के एजुकेटर को अप्वॉइंट किया जाता है

जवाब. शिक्षा के साथ हमारे द्वारा किसी प्रकार का कोई समझौता नहीं किया जाता है इसी को ध्यान में रखते हुए ऐसे एजुकेटर को क्लासेस में अप्वॉइंट किया गया है जिन्हें इस फील्ड में 10 से 15 साल का एक्सपीरियंस है साथ ही उन्होंने एमपीपीएससी और यूपीएससी एग्जाम के इंटरव्यू लेवल तक गए। यह एजुकेटर क्लासेस में हमेशा अवेलेबल रहते हैं जिसमें बच्चे डाउट होने पर इन से अपना डाउट सॉल्व कर लेते हैं।

सवाल. क्लासेस का टाइमिंग क्या होता है वही क्लासेस में और क्या-क्या फैसिलिटी दी जाती है

जवाब. हमारे यहां सुबह 8 बजे से लेकर क्लासेस संचालित की जाती है जो कि अलग-अलग बेच होती है। क्लासेस में स्टूडेंट को पढ़ाई के साथ-साथ अन्य फैसिलिटी भी दी जाती है। साथ ही क्लासेस में हर सप्ताह टेस्ट का आयोजन किया जाता है वही महीने में मेगा टेस्ट का आयोजन भी किया जाता है जिससे स्टूडेंट को खुद को आंकने का अवसर मिलता है। क्लासेस में टेस्ट सीरीज और अन्य प्रकार के सेमिनार का भी आयोजन करवाया जाता है जिससे स्टूडेंट को मोटिवेशन मिलता रहता है।

सवाल. क्या क्लासेस द्वारा स्टूडेंट को नोट्स प्रोवाइड करवाए जाते हैं

जवाब. हमारा शुरू से ऐसा मानना है कि प्रिंटेड नोट्स से सिर्फ स्टूडेंट को कन्फ्यूजन होता है इसके सिवा कुछ नहीं जब तक स्टूडेंट खुद के नोट्स तैयार नहीं करता तब तक वह क्वालिटी ऑफ एजुकेशन प्राप्त नहीं कर सकता है हमारे यहां पर स्टूडेंट को उस पद्धति से पढ़ाया जाता है जिससे वह आसान भाषा में अपने खुद के नोट्स तैयार कर लेते हैं और वह आगे चलकर उनके लिए लाभदायक साबित होते हैं।