पाकिस्तानी सेना के सेनाध्यक्ष, जेनरल आसिम मुनीर का पक्ष लेते हुए पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने पीटीआई नेताओं और सोशल मीडिया टीम से कहा है की जेनरल मुनीर की आलोचना ना कि जाये। पाकिस्तान के पीटीआई के एक सूत्र से ये पता चला है की एक व्हाट्सप्प ग्रुप में इमरान खान ने कहा है सभी लोग ये सुनिश्चित कर लें की नए प्रमुख की आलोचना नहीं होनी चाहिए।
माना जा रहा है की इमरान खान की ये हरकत, सेना के साथ उनके बिगड़े रिश्तों को सुधरने की कोशिश है। सूत्रों ने कहा है की खुद इमरान भी नहीं चाहते थे की उनके प्रधानमंत्री रहते उनके बिगड़ते रिश्तों का साया नए प्रमुख पर पड़े।
सेना के साथ रिश्ते बिगाड़ना, पार्टी की निति हरगिज़ नहीं है
फवाद चौधरी जो की पीटीआई के वरिष्ठ नेता है उन्होंने इमरान खान का कोई खंडन नहीं किया लेकिन कहा है की सेना के साथ रिश्ते किसी भी कीमत पर ख़राब हो ऐसी पार्टी की निति हरगिज़ नहीं है।
बुधवार को इमरान खान ने नए सीजेसीएससी, जनरल साहिर शमशाद मिर्जा और नए सीओएएस, जनरल मुनीर को ट्वीटर पर बधाई देते हुआ कहा है की “राज्य की ताकत उसके लोगों से होती है, सैन्य के नेतृत्व और राष्ट्र के बीच में जो पिछले कुछ महीनो से विश्वास की कमी है उसको पूरा करने के लिए काम करेगा”।
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को बदलनी पड़ी अपनी निति
कहा जा रहा है की शुरू में सेना प्रमुख जेनरल मुनीर की नियुक्ति से इमरान खान को आपत्ति थी, लेकिन बाद में उनको अपनी निति बदलते हुए ये कहना पड़ा की जनरल मुनीर की नियुक्ति से उनको कोई आपत्ति नहीं है। अपने प्रधानमंत्री काल के दौरान खान ने ही पहले मुनीर को आईएसआई के महानिदेशक के पद से हटा दिया था क्यों की तब मुनीर ने इमरान खान और उनके कुछ क़रीबो लोगों के भ्रष्ट आचरण का पर्दा फाश कर दिया था।