Weather Update : देशभर में एक बार फिर मौसम ने करवट बदली है। जमीन से लेकर पहाड़ो तक कई जगह तेज बारिश तो कई जगह ओले देखने को मिल रहे हैं। मौसम विभाग भी आए दिन बारिश को लेकर अलर्ट जारी कर रहा है। इस बीच उत्तर भारत में एक बार फिर मौसम में बदलाव होने के संकेत मिले हैं। मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले 2 दिनों में उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में बारिश देखने को मिल सकती है।
मौसम में बार-बार हो रहे बदलाव से किसानों को काफी ज्यादा नुकसान हो रहा है। क्योंकि गेहूं-चने समेत कई ऐसी फसलें है जो काटने की कगार पर आ गई है। लेकिन तेज बारिश और ओले गिरने से फसलों को काफी ज्यादा नुकसान हो रहा है। जैसे ही बादल होने लगते हैं किसान के चेहरे मायूस हो जाते हैं।
मौसम विभाग के अनुसार, राजधानी दिल्ली में आज पूरे दिन बादल छाए रहेंगे। वहीं, आज और कल रात में बारिश की संभावना जताई गई है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड में बर्फबारी होने वाली है। वहीं, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, बिहार और झारखंड, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में अगले तीन दिन बारिश और ओले गिरने का अलर्ट है।
दिल्ली के मौसम का हाल
आज पूरे दिन बादल छाए रहेंगे।
आज और कल रात में बारिश की संभावना।
2 मार्च को बारिश की तीव्रता बढ़ सकती है।
तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी।
उत्तर प्रदेश के मौसम का हाल
लखनऊ में बारिश से तापमान 13°C (न्यूनतम) और 29°C (अधिकतम) रह सकता है।
कई जिलों में बादलों का डेरा और रात में बारिश।
हिमाचल के मौसम का हाल
बर्फबारी को लेकर अलर्ट जारी।
आज और कल कुछ इलाकों में ओलावृष्टि।
5 मार्च तक मौसम का हाल ऐसा ही बना रह सकता है।
मध्यप्रदेश के मौसम का हाल
बात मध्यप्रदेश की करें तो मध्य प्रदेश के ग्वालियर-चंबल और उज्जैन संभाग के 6 जिलों में आज रात बारिश होने का अनुमान है। मौसम विभाग ने जानकारी देते हुए बताया है कि, वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव हो चुका है। इसके असर से पूरे प्रदेश में गुरुवार की रात से ही मौसम बदलेगा और बारिश का दौर शुरू हो जाएगा।
अन्य राज्यों का हाल
हरियाणा: आज और कल बारिश की संभावना।
पंजाब: 2 मार्च को बारिश की संभावना।
राजस्थान: 3 मार्च से बारिश की संभावना।
जम्मू-कश्मीर: 2 मार्च से बारिश और बर्फबारी की संभावना।
मौसम विभाग से सलाह
लोगों को घर से बाहर निकलने से पहले मौसम का पूर्वानुमान देखना चाहिए। बारिश के दौरान सावधानी बरतें और बाढ़ से बचाव के लिए आवश्यक कदम उठाएं। ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े पहनें।