जयपुर। सचिन पायलट के बगावती सुरों के बाद अब राजस्थान में कांग्रेस पार्टी में फूट पड़ती दिख रही है। इसी बीच सचिन पायलट ने बुधवार को प्रेस कान्फे्रंस कर अपनी बात मीडिया के सामने रखी। पायलट ने राजस्थान सरकार पर बड़े आरोप लगाते हुए कहा कि सत्ता में आने के बाद अशोक गहलोत ने कुछ नहीं किया। पिछले साल राजस्थान हाई कोर्ट ने एक पुराने फैसले को पलटते हुए वसुंधरा राजे को बंगला खाली करने को कहा, लेकिन अशोक गहलोत सरकार ने फैसले पर अमल करने की बजाय इसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दे दी।
उन्होंने यह भी कहा कि अशोक गहलोत एक तरफ तो पूर्व मुख्यमंत्री की मदद कर रहे हैं और दूसरी तरफ मुझे और मेरे समर्थकों को राजस्थान के विकास में काम करने की जगह नहीं दे रहे हैं। अफसरों को कहा गया कि मेरे आदेश ना मानें, मुझे फाइलें नहीं भेजी जा रही थीं। महीनों तक विधायक दल या कैबिनेट की बैठक नहीं होती है। ऐसे पद का क्या फायदा अगर मैं लोगों को किया गया वादा ही ना पूरा कर सकूं।
कांग्रेस से बगावत करने के बाद लगातार पायलट के भाजपा में शामिल होने के सवालों पर उन्होंने कहा कि मैं राजस्थान कांग्रेस का हिस्सा रहते हुए बीजेपी के खिलाफ लड़ाई लड़ी है और राजस्थान में कांग्रेस बनवाई है। अगर कोई व्यक्ति या पार्टी राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश कर रही है तो यह नहीं माना जा सकता है कि मैं उनसे जुड़ जाऊंगा । मैंने 100 बार कहा कि मैं बीजेपी में शामिल नहीं हो रहा हूं ।