जीवन हमेशा सहज नहीं होता, और यह अच्छे और बुरे दिनों का संघटन लेकर आता है। जीवन में कुछ लोग बहुत मेहनती और मजबूत होते है लेकिन कुछ लोग मुसीबतों का सामना नहीं कर पाते और हार मान लेते है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (एनसीबीआई) के एक रिपोर्ट के अनुसार, साल 2021 में भारत में आत्महत्या के मामले में वृद्धि दर 7.2% थी, जिसमें एक लाख से अधिक लोगों की मौत हुई।
सहायता की आवश्यकता:
आत्महत्या और आत्मघाती विचारों को लेकर एक दिल की बात करना कठिन हो सकता है, लेकिन सहायता प्रदान करने के लिए हम सबके पास एक महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है।
मार्गदर्शन और समर्थन:
मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सलाह और उपयुक्त समर्थन के साथ, हम आत्महत्या के विचारों वाले व्यक्तियों की मदद कर सकते हैं। आत्महत्या के विचारों वाले व्यक्तियों को एक दयालु श्रोता के रूप में सहायता प्रदान करना और उनके साथ होना महत्वपूर्ण हो सकता है। उन्हें बताएं कि आप उनके साथ निरंतर रहेंगे और उनका साथ देंगे।
योजनाओं की शपथ और गोपनीयता:
यदि कोई आपको अपनी आत्महत्या योजनाओं के बारे में बताता है, तो उनकी गोपनीयता की शपथ लें और उन्हें उचित सहायता प्रदान करने के लिए उचित पेशेवरों के साथ संपर्क करें। आत्महत्या के विचारों वाले व्यक्तियों के लिए सहायता प्रदान करने में मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों को शामिल करना योग्य हो सकता है।
यहाँ पर यह याद दिलाया जा रहा है कि आपकी सहायता और समर्थन से एक जीवन बचाया जा सकता है, और हमें आत्महत्या के विचारों वाले व्यक्तियों की मदद करने के लिए साथ मिलकर काम करना चाहिए।