स्वास्थ्य विभाग का क्लर्क एक करोड़ से अधिक की संपत्ति का मालिक कैसे बन गया?

diksha
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अर्जुन राठौर। आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा ने डाला छापा

भोपाल से एक खबर वायरल हो रही है जिसमें कहा गया है कि आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा ने स्वास्थ्य विभाग के एक क्लर्क के घर छापा मारा जिसमें 1 करोड़ से अधिक की संपत्ति पता चली है इसके अलावा अन्य संपत्तियों के बारे में भी पता लगाया जा रहा है ।

सवाल इस बात का है कि आखिर एक क्लर्क के पास इतनी अधिक संपत्ति कैसे आ गई जाहिर है कि भरपूर भ्रष्टाचार किया गया है । उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों बुरहानपुर में 12 करोड़ का स्वास्थ्य विभाग का घोटाला उजागर हुआ था जिसमें बुरहानपुर प्रेस क्लब के अध्यक्ष, महासचिव और सूचना के अधिकार के कार्यकर्ता सहित वहां के सीएमओ की मिलीभगत सामने आई थी इन चारों के खिलाफ एफआइआर भी दर्ज की गई और चारों को गिरफ्तार भी कर लिया गया ।कोरोना काल के इस घोटाले ने बुरहानपुर के स्वास्थ्य विभाग के मुंह पर एक ऐसी कालिख मल दी है जिसको लेकर मानवता हमेशा शर्मिंदा होती रहेगी ।

कोरोना काल में जहां हजारों लोग एक दूसरे की मदद में लगे हुए थे तब प्रेस क्लब अध्यक्ष प्रेस क्लब के महासचिव और सूचना के अधिकार के कार्यकर्ता तथा सीएमओ ने वहां पर जमकर मलकूटा और 12 करोड़ से अधिक राशि का घोटाला कर दिया जब यह पूरा मामला पता चला तो इन चारों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कर ली गई सोचने वाली बात यह है कि जब बुरहानपुर जैसे जिले में इतना बड़ा घोटाला हो सकता है तो फिर बड़े महानगरों के स्वास्थ विभाग में क्या क्या हुआ होगा ?

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इन सब के घोटाले उजागर होंगे तो पता चलेगा कि कोरोना काल में किस तरह से जमकर माल कूटा गया है यही वजह है कि कोरोना समाप्त होते ही सभी शहरों में एकाएक संपत्तियों के दाम बढ़ गए और लोग धड़ाधड़ संपत्तियों की खरीदी करने लगे । ऐसे समय में जबकि पूरी मानवता कराह रही थी तब कफन के इन सौदागरों ने जमकर संपत्ति बनाई और अब उनके काले कारनामों की पोल खुलने लगी है ।