Honorarium Hike: राज्य के कर्मचारियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। बताया जा रहा है उत्तराखंड के पूर्व सैनिक कल्याण निगम के माध्यम से अलग-अलग विभागों में कार्य करने वाले लोगों को मानदेय में बढ़ोतरी करने का फैसला लिया गया है। साथ ही हटाए गए कर्मचारियों को नियमित रूप से फिर से रखने का निर्णय लिया गया है। आपको बता देंकर्मचारी करीब अब 8 दिन की हड़ताल पर थे। ऐसे में उनकी हड़ताल अवधि का मानदेय उनके वेतन में से नहीं काटा जाएगा, बल्कि इसे छुट्टी में समायोजित का कर लिया जाएगा। हालांकि अभी शासन ने इस अवकाश अवधि के समायोजन की मंजूरी इस शर्त पर दी गई है कि आगे इसे ना दोहराया जाए।
कर्मचारियों का नहीं कटेगा मानदेय
जानकारी के अनुसार आपको बता दें पिछले महीने फरवरी में प्रदेश के करीब हजारों उपनल कर्मचारियों के मानदेय बढ़ाने के साथ अलग-अलग मांगो को लेकर ड्यूटी से हड़ताड़ पर चले गए थे। जिससे सरकारी काम पर काफी प्रभाव पड़ रहा था। इसके बाद CM पुष्कर सिंह धामी और सचिव सैनिक कल्याण ने कर्मचारी संघ से मुलाकात की है और मानदेय बढ़ाने के साथ दूसरी मांगों के लिए समिति का गठन किया गया है। जिसके बाद कर्मचारियों ने हड़ताल को खत्म करने का फैसला लिया गया था।
10 फीसदी तक बढ़ाया मानदेय
दरअसल, बीते फरवरो माह में कर्मचारियों के आंदोलन पर जाने के बाद उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने उपनल कर्मचारियों का 10% तक मानदेय बढ़ाया है। आपको बता दें मानदेय में वृद्धि के बाद वित्त विभाग ने इसके प्रस्ताव को मंजूरी देने के बाद CM ने आदेश भी जारी कर दिए थे। इस मानदेय में बढ़ोतरी से प्रदेश के 25 हजार से अधिक कर्मचारी को इसका लाभ मिलेगा। बता दें उनकी सैलरी में 1200 से 3600 रुपए तक का इजाफा देखने को मिलेगा। इससे पहले कर्मचारियों का मानदेय अक्टूबर 2021 को बढ़ाया गया था। राज्य सरकार ने 2004 से अबतक उपनल कर्मचारियों के मानदेय में वीं बार वृद्धि और 2 बार प्रोत्साहन भत्ते का लाभ दिया गया है।